लखनऊ, उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात की सिकन्दरा विधानसभा सीट से विधायक 72 वर्षीय मथुरा प्रसाद पाल का शनिवार सुबह पांच बजे निधन हो गया। मथुरा पाल का निधन मथुरा के पास उस समय हुआ, जब उन्हें इलाज के लिए दिल्ली ले जाया जा रहा था। तीन बार विधायक और बसपा शासनकाल में राज्यमंत्री रहे मथुरा पाल अभी भी गांव से जुड़े हुए थे।
जनता दल, कांग्रेस, बसपा और सपा से राजनीतिक सफर तय करते हुए वह भाजपा में पहुंचे और तीसरी बार विधायक बने। मथुरा पाल ने जीवन का सफर देश सेवा से शुरू किया। वह सेना में भर्ती हुए और सैनिक रहते हुए देश सेवा की। बीआरएस लेने के बाद गांव लौटे तो राजनीति में किस्मत अजमाने पहले निर्दलीय चुनाव लड़े, और फिर जनता दल में शामिल हो गए और विधायक बने। इसके बाद 1997 और 2017 में भाजपा से विधायक चुने गए।
इस बीच वह कांग्रेस, सपा और बसपा सभी दलों में रहे। बसपा से चुनाव हारने के बाद भी उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा मिला था। मथुरा पाल लम्बे समय से बीमार थे। विधानसभा चुनाव से पहले वह काफी बीमार थे। बीमारी की हालत में ही उन्होंने नामांकन भरा था। बीमारी से लड़ते हुए वह राजनीति कर रहे थे। अत्यधिक बीमारी हालत में भी उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में वोट डाला था।
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