कानपुर, सियालदह अजमेर एक्सप्रेस हादसे के करीब 46 घंटे बाद शुक्रवार को तड़के दिल्ली हावड़ा रूट पर यातायात सामान्य हो गया और सुबह से इस रूट पर ट्रेनें चलने लगीं। दुर्घटना के बाद रेल संरक्षा आयुक्त ने आज से इसके कारणों की जांच आरंभ कर दी।
कानपुर के रूरा के पास 28 दिसंबर को सुबह करीब साढ़े पांच बजे सियालदह अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गये थे जिसमें 62 लोग घायल हो गये थे। उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) अमित मालवीय ने बताया कि आज सुबह तीन बजकर 10 मिनट पर दिल्ली हावड़ा ट्रैक की मरम्मत पूरी होने के बाद आज सुबह से इस रूट को सामान्य ट्रेनों के लिये खोल दिया गया। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के कारणों की जांच के लिये रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर परिमंडल शैलेश कुमार पाठक शहर पहुंच चुके हैं और आज सुबह से उन्होंने जांच का काम आरंभ भी कर दिया। पाठक सबसे पहले दुर्घटनास्थल रूरा गये और उन्होंने वहां दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों का जायजा लिया। बाद में उन्होंने हटाये गये रेलवे ट्रैक का निरीक्षण किया तथा टेक्निकल टीम से दुर्घटनास्थल पर बात की और पूरी जांच की वीडियोग्राफी भी करवाई। पाठक कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर डिप्टी सीटीएम कार्यालय में ट्रेन के ड्राइवर गार्ड तथा अन्य लोगों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज करेंगे। सीएमओ डॉ. रामायण प्रसाद के मुताबिक दुर्घटना के बाद कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में भर्ती अधिकतर यात्रियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।