लखनऊ, उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (यूपीडीआईसी) का कानपुर नोड 12 हजार 800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के साथ यूपी डिफेंस कॉरिडोर एक प्रमुख निवेश केंद्र के रूप में उभरा है। यहाँ न केवल निवेश प्रस्तावों की होड़ लगी है, बल्कि अनेक कंपनियों ने उत्पादन भी प्रारंभ कर दिया है।
अधिकृत सूत्रों ने बुधवार को बताया कि कानपुर नोड ने रक्षा निवेश के लिए अग्रणी क्षेत्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है, यहां कुछ कंपनियां पहले ही उत्पादन शुरू कर चुकी हैं। यूपीडा द्वारा दिसंबर में जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर नोड में अब तक 12 हजार 803.58 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, और स्वीकृत 222.86 हेक्टेयर भूमि में से 210.60 हेक्टेयर भूमि उद्योगों को आवंटित की गई है।
कानपुर में रक्षा उद्योग में महत्वपूर्ण निवेशों में अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड द्वारा 1500 करोड़ रुपये का निवेश भी शामिल है, जिसका उद्देश्य दक्षिण एशिया के सबसे बड़े एकीकृत गोला-बारूद निर्माण परिसर की स्थापना है। इस यूनिट ने 18 महीनों के भीतर उत्पादन भी शुरू कर दिया है। वहीं कारीडोर में डेल्टा कॉम्बैट सिस्टम्स लिमिटेड को ₹150 करोड़ के निवेश से छोटे हथियार और गोला-बारूद निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए भूमि आवंटन मिला है।
कानपुर नोड में कई अन्य कंपनियों ने भी निवेश रुचि दिखाई है और इन परियोजनाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है। इनमें जेनसर एयरोस्पेस एंड आईटी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तीन हजार करोड़ के निवेश से लाइट बिजनेस जेट के विकास की योजना,अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड द्वारा 2500 करोड़ का अतिरिक्त निवेश और अनंत टेक्नोलॉजीज द्वारा क्रमश: जियो उपग्रह निर्माण के लिये दो हजार करोड़ और लियो उपग्रह निर्माण के लिए 1500 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव शामिल है।
इसके अलावा, लोहिया एयरोस्पेस सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड ने 370 करोड़ के निवेश से एक एयरोस्पेस कंपोजिट सुविधा स्थापित करने की योजना बनाई है, और नेत्रा ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड (नेशनल इमर्जिंग टेक्नोलॉजी रिसर्च एंड एनालिसिस) ने तोपखाने के गोले बनाने के लिए 360 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है। सीआईएलएएस रक्षा ड्रोन बनाने के लिए लेजर तकनीक के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की संभावना तलाश रही है। लाधानी समूह की वृंदावन बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड कानपुर क्षेत्र में बॉटलिंग प्लांट स्थापित करने के लिए 225 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। एमएसके बिजनेस सॉल्यूशंस कानपुर में रडार और एवियोनिक्स बनाने के लिए रूसी ओईएम के साथ संयुक्त उद्यम में 120 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। उनके साथ ही राफे एमफिब्र प्राइवेट लिमिटेड कानपुर में 100 करोड़ रुपये के निवेश से एक गतिशील ड्रोन हब स्थापित करेगी।
इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, अभिषेक प्रकाश ने कहा कि “कानपुर नोड, उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनकर, प्रदेश के आर्थिक विकास को नई उंचाइयां दे रहा है। यह न केवल क्षेत्र को समृद्ध बना रहा है बल्कि भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।