मथुरा, उत्तर प्रदेश के डेयरीए अल्पसंख्यक कल्याणए हज एवं संस्कृति मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार अगले साल कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मथुरा में यमुना तट पर एक लाख से अधिक दीपक जलाकर देव दीपावली मनाएगी। चौधरी ने देव दीपावली कार्यक्रम का उदघाटन करने के बाद कहा कि जिस प्रकार से प्रदेश सरकार दीपावली का पर्व अयोध्या में सरयू तट पर मनाती ह़ै ए उसी प्रकार देव दीपावली का कार्यक्रम कार्तिक पूर्णि़मा पर यमुना त़ट पर आयोजित किया जायेगा।
देव दीवाली के आध्यात्मिक पक्ष पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मथुरा में देव दीवाली का अायोजन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यहां पर चातुर्मास में सभी तीर्थ निवास करते हैं। पौराणिक दृष्टांत का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने एक बार प्रयागराज से कहा कि वे कुछ दिनों के लिए लीला करने जा रहे हैं इस दौरान वे तीर्थों के राजा के रूप में काम करेंगे। जब कुछ दिनों के बाद भगवान श्रीकृष्ण लीला एवं क्रीड़ा करके लौ़टे तो प्रयागराज ने मथुरा तीर्थ की उनसे शिकायत की और कहा कि जहां सभी तीर्थों ने उनका कहना माना था वहीं मथुरा ती़र्थ ने उनका कहना नही माना है।
इस पर भगवान श्रीकृष्ण ने प्रयागराज से कहा था कि उन्होने उनको सभी तीर्थों का राजा बनाया था पर मथुरा तीर्थ का राजा नही बनाया था क्योंकि मथुरा तीर्थ उनका घर है। इस पर प्रायश्चित करने के लिए प्रयाग राज ने उनसे आज्ञा मांगी तो श्रीकृष्ण ने उनसे कहा कि वे चातुर्मास भर सभी तीर्थो को लेकर मथुरा में वास करेंगे। तब से सभी तीर्थ चातुर्मास में मथुरा में वास करते है और इसी कारण चातुर्मास में ब्रज चैरासी कोस की परिक्रमा लगाई जाती है। देव दीपावली महोत्सव समिति के बैनर तले शुक्रवार केो जब 50 हजार दीपकों को यमुना के 25 घाटों पर जलाया गया तो वातावरण श्रद्धा और भक्ति से परिपूर्ण था और ऐसा लग रहा था कि यमुना महारानी को दीपकों की माला पहना दी गई हो। कार्यक्रम का समापन यमुना आरती से हुआ।