उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली गई मोटरसाइकिल रैली पर शुक्रवार को हुए पथराव के बाद शनिवार को हिंसा एकबार फिर भड़क उठी. जब मृतक चंदन गुप्ता के अंतिम संस्कार से लौट रही भीड़ मे कुछ असामाजिक तत्वों ने कुछ दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की.
कासगंज में बिगड़ते हालातों को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दंगाईयों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है. अखिलेश यादव ने कहा है कि ये बदकिस्मती की बात है कि ऐसा कुछ गणतंत्र दिवस के मौके पर हुआ है. कासगंज के लोगों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए. हम चाहते हैं कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. लेकिन किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए.
कलशाम सीएम योगी द्वारा कासगंज साम्प्रदायिक हिंसा पर उच्चाधिकारियों की एक बैठक की गई।इस बीच अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने शनिवार को शहर के बाहर एक छोटी दुकान में आग लगाने की कोशिश की. कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की गई. हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में कर लिए. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमर ने कहा है कि हिंसा की जानकारी मिलते ही पुलिस को तुरंत मौके पर भेज दिया गया था. बाहरी इलाकों में कुछ जगहों पर आग लगने के मामले सामने आएं हैं. लेकिन किसी तरह की हिंसा होने की जानकारी नहीं है. हालात काबू में है. मुख्यमंत्री भी स्थिति पर नजर रख रहे हैं.