मथुरा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोसीकलां में लगा पेप्सिकों इण्डिया का प्लान्ट किसानों के जीवन में परिवर्तन का आधार बनने के साथ नौजवानों को रोजगार देने का साधन बनेगा।
पेप्सिकों इण्डिया की कोसीकलां इकाई का वर्चुअल तरीके से उदघाटन करते हुए मुख्यमंत्री बुधवार को कहा कि आलू किसानों की उपज की दुर्दशा को देखकर उन्होंने चार साल पहले एक समिति का गठन किया था, जिससे उन अवसरों को खेाजने को कहा गया था जिससे किसान आलू बेंचने के लिए भटके नहीं तथा असहाय की स्थिति में न हो। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि किसानों की उन्नति की साझेदारी लेकर पेप्सिकों आया है। इस प्लांट में डेढ़ लाख टन आलू की खपत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्लांट में बनने वाला उत्पाद कृष्ण की ब्रजभूमि के प्रसाद के रूप में देश और दुनिया में जाएगा। उनका कहना था कि प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश महाना एवं लक्ष्मीनारायण चौधरी की सकारात्मक सोच और परिश्रम के कारण खाद्य प्रसंस्करण का प्लांट कोसी में लगना संभव हुआ।
योगी ने कहा कि यह प्लांट किसानों को आत्मनिर्भर बनाने एवं विकास की साझेदारी का मील का पत्थर बनेगा तथा किसानों और युवाओं की उन्नति का कारण बनेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शासन स्तर पर जिन सुविधाओं को पाने की पेप्सिकों की यह इकाई अधिकारी हैं उसके लिए इन्हें भटकना न पड़े।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश न केवल देश का सबसे बड़ा खाद्यान्न उत्पादन करने वाला राज्य है बल्कि प्रकृति और परमात्मा का यहां अनूठा संगम है ,जिसके कारण यहां पर निवेश का अनुकूल वातावरण है। उन्होंने कहा कि आगरा और अलीगढ़ मण्डल के आठ जिलों में आलू बहुत होता है यदि यहां के किसानों को समय पर बीज और प्रशिक्षण करेंगे तो पेप्सिकों की इस इकाई के साथ किसान को भी लाभ होगा।
पूर्व में योगी ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण की यह आधुनिक इकाई किसानों की आय बढ़ाने का साधन बनेगी तथा इस इकाई के स्थापना में सरकार की सकारात्मक सोच दिखाई पड़ती है। कोसीकला में नकारात्मक सोच के कारण आठ साल पहले यहां पर दंगे हुए थे लेकिन जब सोंच सकारात्मक होती है तो निवेश बढ़ता है और आत्मनिर्भर बनने का वातावरण तैयार होता है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को डिफेन्स के क्षेत्र में अलीगढ में 1250 करोड़ के प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। यह प्लांट में 800 करोड़ का है। यह प्लांट सरकार और निवेशकों की सकारात्मक सेांच का परिणाम है।
इस अवसर पर मथुरा के प्रभारी मंत्री सतीश महाना ने पेप्सिकों को डेढ साल में प्लांट लगाने के लिए साधुवाद दिया तथा बताया कि दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मीनारायण चैधरी के कारण इस प्लांट के लगने में आ रही कठिानायों को दूर किया जा सका। उन्होंने कहा कि यह सब मुख्यमंत्री के निर्देश के कारण ही संभव हो सका। उनका कहना था कि इसमें आपस में जितना विश्वास बढ़ेगा इस प्लांट की उतनी ही प्रगति होगी।
राज्य के दुग्ध विकास, पशुधन एवं मत्स्यपालन मंत्री लक्ष्मीनारायण चोधरी ने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने और युवकों को रोजगार देने की क्षेत्र की मांग को इस कारखाने की स्थापना के साथ ही पूरा कर लिया गया है। इसमें 1500 लोगों केा सीधे और हजारों लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा और किसानों को अपना आलू औने पौने दाम में अब नही बेचना पड़ेगा। उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश सरकार की सकारात्मक सोच एव मुख्यमंत्री के निर्देशों का यह परिणाम है कि अब नाॅयडा और गाजियाबाद से बाहर इतना बड़ा निवेश आया है।
इसके पूर्व में पेप्सिकों के सीईओ एनजीन विलेमसेन ने बताया कि यूपी की जनसंख्या देश का 1/6 भाग है तथा बिना यूपी की साझेदारी के कोई पार्टनरशिप सफल नहीं हो सकती। यूपी में कृषि सुधार और व्यापार के अनेक द्वार इसलिए खुल रहे हैं कि यहां का वातावरण अनुकूल है। इस कारखाने को बनाने में पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा गया है तथा यह किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगा।
उन्होंने कहा कि इस कारखाने के बनने से जहां अब किसान को अपनी फसल के मूल्य एवं खरीददारी की चिंता नही करनी पड़ेगी वहीं यह कारखाना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका इसलिए अदा करेगा कि इसमें 30 प्रतिशत महिलाओं को लाभ दिलाने का प्रयास किया गया है।