नई दिल्ली, केंद्र सरकार द्वारा किसानों को पेंशन देने की घोषणा को जुमला बताते हुए किसानों ने प्रधानमंत्री को 17 रुपये के चेक भेजकर विरोध जताते हुए पेंशन राशि को नाकाफी बताया।
किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयुक्त समन्वयक राजू मान की अगुवाई में किसानों ने कहा कि पहले सरकार उनके कर्जे माफ करे और बर्बाद फसलों का मुआवजा दे, फिर पेंशन योजना को बढ़ाकर किसानों को दें। ऐसा नहीं होने पर किसान कांग्रेस आगामी दिनों में किसानों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन शुरू करेगी।
मान ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अंतरिम बजट में किसानों को छह हजार रूपये वार्षिक भत्ता देना सिर्फ जुमला है जो आगामी चुनावों को देखते हुए किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है। किसान को एक दिन में 17 रुपये देकर सरकार ने किसानों के घावों पर मरहम लगाने की जगह नमक छिडकऩे का काम किया है।
मान ने कहा कि इतने पैसे में किसान का परिवार एक वक्त की चाय भी नहीं पी सकता। यही वजह है आज यहां किसान 17-17 रुपये के चेक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देने आए हैं। किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री को नींद से जगाने के लिए उनको ये चेक भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि बर्बाद फसलों का मुआवजा मिलने व उनका कर्जा माफ होने तक किसानों का संघर्ष लगातार जारी रहेगा।