नांदेड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के किसानों को आय कर भरने की जरूरत नहीं होने संबंधी बयान की आलोचना करते हुए राष्ट्रीय किसान सभा के अध्यक्ष और पूर्व विधायक शंकरअन्ना धोंड्गे ने आज कहा कि श्री मोदी का बयान गुमराह करने वाला है और इससे लोगों में गलत संदेश जायेगा।
डाण्धोंड्गे ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि किसान 70 प्रतिशत कर अप्रत्यक्ष और 30 प्रतिशत प्रत्यक्ष कर के रूप में भरते हैं। किसान सीधे कर नहीं भर सकते क्योंकि किसानों को कृषि के जरिए लाभ नहीं होता। उन्होंने कहाएष्स्वतंत्रता के बाद कई नेताए अर्थशास्त्री और विद्वान अक्सर कृषि व्यापार कर मुक्त करने के संबंध में चर्चा करते हैं लेकिन जो किसान खादए बीज खरीदता है उसे अप्रत्यक्ष रूप से कर देना पडता है इसके अलावा भी पानी और बिजली में भी कर देना पड़ता है।ष् इसके अलावा प्रतिदिन की आवश्यकताओं वाली वस्तुओं पर भी कर देना पड़ता है जिसमें विक्रय करए सेवा कर और अन्य कर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि पुणे में हाल ही में गन्ना किसानों के सम्मेलन में मोदी ने जो बयान दिया था कि किसानों का कर भरने में कोई सहयोग नहींए यह गलत है। श्री मोदी के बयान से गैर कृषि वालों के बीच गलत संदेश जाता है।
उन्होंने कहा यदि किसानी लाभ प्रद है तो बड़े बड़े उद्योगपति इसे व्यापार के रूप में क्यों नहीं करते। उन्होंने कहा कि किसान फसल के बर्बाद होने और गैर उपजाऊ भूमि से परेशान हैं तथा इसका नतीजा यह है कि किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं।