लखनऊ, अखिल भारतीय किसान सभा का हजरतगंज इलाके में जीपीओ पार्क में 22 सूत्रीय मांगो को लेकर प्रदर्शन हुआ। वहीं चार दिनों से चल रहे धरने का भी प्रदर्शन के साथ ही समापन हो गया।
किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष इम्तीयाज बेग ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों असमय बरसात, बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि और अन्य प्राकृतिक आपदाओं ने भी उनकी कमर तोड़ दी है। सरकार के रवैये के कारण किसानों ने ग्यारह अप्रैल से बीस मई तक अपने मांगो को लेकर किसान जागरण यात्रा चलायी और महापंचायत कर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक ज्ञापन सौंपा। इसके बाद कोई संतोषजनक कार्यवाही न होने पर 25 अगस्त से एक सितम्बर तक जिला मुख्यालयों पर सभाएं की गयी। एक बार फिर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने का निर्णय किया और 24 सितम्बर से 28 सितम्बर तक धरना का कार्यक्रम जीपीओ पर चला।
आज आखिरी दिन किसानों ने प्रदर्शन कर के अपनी मांगो पर सरकार के रूख को स्पष्ट करने अल्टीमेटल दे दिया है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन में विभिन्न जिलों आजमगढ़, देवरिया, पडरौना, गोरखपुर, फतेहपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र, मथुरा, मैनपुरी, हाथरस, अलीगढ़, आगरा, फैजाबाद, बलिया, गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, बरेली, मुरादाबाद, इलाहाबाद, वाराणसी, झांसी, बुन्देलखण्ड, उरई, जालौन, बांदा, भदोही, कानपुर देहात, हमीरपुर सहित प्रमुख जनपदों से सैकड़ों की संख्या में किसानो ने भाग लिया है। किसानों की 22 सूत्रीय मांगे है और इसमें वृद्धा पेंशन और कमीशनखोरी बंद कराने के लिये किसान सभा का विशेष जोर है।