नैनीताल, उत्तराखंड के हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए बवाल की जांच कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत करेंगे। वह 15 दिन में जांच रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे।
शासन ने शनिवार को मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश जारी किये।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के अनुसार कुमाऊं आयुक्त पूरे प्रकरण की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे। जांच में सभी बिन्दुओं को शामिल किया गया है। जांच में यह भी ध्यान रखा जायेगा कि प्रशासन से भी कहीं चूक हुई है क्या?
दूसरी ओर हल्द्वानी पुलिस की ओर से अभी तक इस मामले में तीन अभियोग पंजीकृत किये गये हैं। पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पीएस मीणा के अनुसार सीसीटीवी, वीडियो रिकार्डिंग की जांच कर आरोपियों के चिन्हीकरण की कार्रवाई चल रही है। जल्द और गिरफ्तारियां की जायेंगी।
इधर जिला प्रशासन ने आज हल्द्वानी शहर के कुछ क्षेत्रों में कर्फ्यू हटा लिया है। संपूर्ण बनभूलपुरा के साथ ही उससे लगे आर्मी कैंट, वर्कशाप लाइन, तिकोनिया, तीन पानी एवं गौलापार में कर्फ्यू रहेगा। बाकी क्षेत्र को प्रशासन ने कर्फ्यू से बाहर कर दिया है।
नैनीताल-बरेली मोटर मार्ग पर व्यापारिक प्रतिष्ठान और यातायात को प्रतिबंध से मुक्त रखा गया है। जिलाधिकारी वदंना सिंह की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कर्फ्यू वाले क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं निकलेगा।
सभी प्रकार के उद्योग, व्यापारिक प्रतिष्ठान, दुकानें पूर्णतः बंद रहेंगी। सिर्फ अस्पताल और मेडिकल की दुकानें खुली रहेंगी। मेडिकल इमरजेंसी में छूट रहेगी।
गौरतलब है कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा के कथित मलिक के बगीचे में अतिक्रमण हटाने के दौरान एक खास समुदाय के लोगों ने पुलिस और प्रशासन पर हमला कर दिया था। साथ ही भीषण पत्थरबाजी, आगजनी और पेट्रोल बम का प्रयोग कर बनभूलपुरा थाना को आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गये थे।