नई दिल्ली, सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर केंद्र सरकार ने अपना रूख साफ किया है। विदेश मामलों से जुड़ी संसदीय समिति को दी गई जानकारी में सरकार ने साफ किया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक पहले भी हुई है लेकिन सीमित दायरे में। विदेश सचिव एस जयशंकर ने कहा कि सरकार ने पहली बार इसके बारे में सार्वजनिक तौर पर जानकारी दी।
सरकारी सूत्रों ने कहा, विदेश सचिव एस जयशंकर ने कहा कि अहम मुद्दा यह है कि हमने सर्जिकल स्ट्राइक करने के बाद सार्वजनिक तौर पर इसकी जानकारी दी जिससे एक राजनीतिक-सैन्य संदेश गया। पहले सीमा पार की गई कि नहीं, इसके बारे में सिर्फ सेना जानती है। लेकिन यह अप्रासंगिक है, क्योंकि कोई संदेश ही नहीं दिया गया। विदेश सचिव एस जयशंकर ने कहा कि भारतीय सेना की ओर से पहले नियंत्रण रेखा के पार लक्षित हमले किए गए हैं या नहीं, इस बारे में सिर्फ सेना जानती है और ऐसे हमलों के बारे में कोई संदेश नहीं दिया गया।
विदेश मामलों से जुड़ी संसदीय समिति में हुए वाकयों के बारे में स्पष्टीकरण तब दिया गया जब कुछ विपक्षी सांसदों ने विदेश सचिव के हवाले से कहा कि सेना ने नियंत्रण रेखा के पार पहले भी विशिष्ट लक्ष्य पर, सीमित-क्षमता के आतंकवाद निरोधक अभियानों को अंजाम दिया है, लेकिन पहली बार सरकार ने इसके बारे में सार्वजनिक तौर पर जानकारी दी। इससे पहले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि 29 सितंबर के हमलों से पहले भारतीय सेना ने कभी भी कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं किया।उन्होंने कहा था कि इससे पहले सेना ने जो भी कार्रवाई की उनमें से ज्यादातर कम तीव्रता वाले और गुप्त होते थे। रिपोर्ट बाद में आला अधिकारियों को दी जाती थी। यह पहला मौका है जब इस तरह के हमले को सरकार ने मंजूरी दी थी।