मुंबई, क्रिस मौरिस (नाबाद 52) और कागीसो राबाडा (44) मुश्किल हालात में बेहद शानदार पारियां खेलते हुए शनिवार को मुम्बई इंडियंस के हाथों दिल्ली डेयरडेविल्स को शर्मनाक हार से बचा लिया। दिल्ली की टीम वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण के इस 25वें मैच में हार गई लेकिन मौरिस और राबाडा ने उसका सिर शर्म से नहीं झुकने दिया। मुंबई की टीम अच्छी शुरुआत के बाद भी निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर 142 रन ही बना सकी थी जबकि दिल्ली की टीम मौरिस और राबाडा की बहादुरी की बदौलत 20 ओवरों में सात विकेट गंवाकर 128 रन बना सकी।
एक समय दिल्ली ने 24 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे और वह करारी हार की ओर अग्रसर थी लेकिन राबाडा और मौरिस ने सातवें विकेट के लिए 91 रनों की सम्मानजक साझेदारी कर उसे अंतिम समय तक दौड़ में बनाए रखा। 13 ओर की समाप्ति तक दिल्ली ने 6 विकेट पर 78 रन बना लिए थे और उसे जीत के लिए 42 गेंदों पर 65 रनों की दरकार थी, जो हासिल किए जाने लायक योग था। 15 ओवर की समाप्ति तक दोनों 67 रन की साझेदारी कर चुके थे और दिल्ली को 30 गेंदों पर 52 रनों की जरूरत थी।
मुम्बई के लिए 16वां और 17वां ओवर काफी अच्छा रहा। 16वें ओवर में मैक्लेघन ने छह रन दिए जबकि 17वें ओवर में जसप्रीत बुमराह ने चार रन ही खर्च किए। इन दो ओवरों ने रबाडा और मौरिस पर अच्छा खासा दबाव बना दिया। अंतिम 18 गेंदों पर दिल्ली को 42 रनों की जरूरत थी। यह स्कोर भी हासिल किया जा सकता था। मैक्लेघन द्वारा फेंके गए 18वें ओवर में मौरिस ने एक छक्के और एक चौके की मदद से 12 रन बटोरे। अब दिल्ली को 12 गेंदों पर 30 रनों की जरूरत थी।
19वां ओवर लेकर बुमराह आए और 115 के कुल योग पर अपने अंतिम ओवर की चौथी गेंद पर रबाडा को आउट कर इस शानदा साझेदारी को विराम दिया। रबाडा ने 39 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाया। मौरिस के साथ सातवें विकेट के लिए उनकी 91 रनों की सम्मानजनक साझेदारी हुई। बुमराह के इस सफल ओवर में कुल पांचरन बने। बुमराह ने चार ओवर में 21 रन खर्च करके दो विकेट लिए। अंतिम ओर में दिल्ली को 25 रनों की दरकार थी। हार्दिक पंड्या द्वारा फेंके गए इस ओवर में मौरिस और पैट कुमिंस (नाबाद 4) सिर्फ 10 रन ले सके। मौरिस ने अपनी 41 गेदों की पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया।
मुम्बई की ओर से मिशेल मैक्लेघन ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए जबकि जसप्रीत बुमराह को दो सफलता मिली। दिल्ली के छह बल्लेबाज दहाई तक नहीं पहुंच सके। इससे पहले, दिल्ली ने शानदार गेंदबाजी करते हुए मुम्बई को 142 रनों पर सीमित कर दिया। दिल्ली के सबसे सफल गेंदबाज अमीत मिश्रा रहे, जिन्होंने अपने कोटे के चार ओवरों में सिर्फ 18 रन दिए और रोहित शर्मा तथा क्रुणाल पांड्या के विकेट लिए। पैट कमिंस ने चार ओवरों में 20 रन देकर दो विकेट लिए।
अपना पहला आईपीएल मैच खेल रहे कागिसो रबाडा ने चार ओवरों में 30 रन खर्च किए और एक विकेट लिया। पार्थिव पटेल (8) और जोस बटलर (28) ने दिल्ली के खिलाफ आक्रामक शुरुआत की, लेकिन ज्यादा देर उसे कायम नहीं रख सके। इस जोड़ी ने चार ओवर में 37 रन जोड़े लिए थे तभी रबाडा ने पटेल को बोल्ड कर दिया। मुंबई के स्कोर में अभी 10 रन ही जुड़े थे कि संजू सैमसन ने बटलर को रन आउट कर दिल्ली को दूसरी सफलता दिलाई।
इस संस्करण में मुंबई की बल्लेबाजी की रीढ़ बने नितीश राणा सिर्फ आठ रन का योगदान ही दे सके। पैट कमिंस की गेंद पर वह डीप मिडविकेट पर कोरी एंडरसन को कैच दे बैठे। 56 रनों पर तीन विकेट लेने के बाद दिल्ली की टीम का आत्मविश्वास बेहद ऊपर था। वहीं मुंबई के खिलाड़ियों के माथे पर शिकन थी। कप्तान रोहित एक बार फिर विफल रहे और 60 के कुल स्कोर पर उन्हें मिश्रा ने आउट किया। मिश्रा ने ही क्रुणाल पांड्या (17) का विकेट लेकर मुंबई की कमर तोड़ दी।
इसके बाद केरन पोलार्ड (26) ने हार्दिक पांड्या (24) के साथ छठे विकेट के लिए 36 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को 100 के पार पहुंचाया। पोलार्ड को कमिंस ने अपना शिकार बनाया। हरभजन सिंह दो रनों का ही योगदान दे सके। हार्दिक पांड्या ने आखिरी ओवरों में बड़े शॉट लगाने की कोशिश की लेकिन दिल्ली के गेंदबाजों ने उन्हें हाथ नहीं खोलने दिए। मैक्लेघन एक और मिशेल जॉनसन सात रन पर नाबाद लौटे।