गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में खेल प्रतिभाओं को प्रशिक्षण का मंच मुहैया करा रहे संंस्थान आईएमटी में उन खिलाड़ियों के लिये रोजगार परक कोर्स डिजायन किया गया है, जो राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं, लेकिन पदक न जीत पाने की वजह से बाद में गुमनामी के अंधेरे में खोकर रह जाते हैं।
आईएमटी गाजियाबाद की तरफ से सोमवार को जारी बयान के अनुसार मंगलवार को अपनी तरह के इस अनूठे रोजगार परक कोर्स को लाँच किया जायेगा। आईएमटी के स्पोर्टस रिसर्च सेेंटर ने शोध के आधार पर इस कोर्स को डिजायन किया है।
संस्थान के प्रमुख डा कनिष्क पाण्डेय ने बताया कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले अनगिनत खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्हें पदक विजेता न बन पाने के कारण बाद में बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ता है। ये खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा को निखारने में खासा समय गुजार देते हैं, इस कारण से बाद में किसी अन्य कौशल को सीखना उनके लिये दूभर हो जाता है।
उन्होंने बताया कि इन खिलाड़ियों को भारत में अभिभावक बच्चों को खेल से इसलिए भी दूर रखते हैं कि खिलाड़ियों के पास रोजगार की संभावनायें बहुत कम होती है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को तो विजेता बनने पर बहुत
सारे पुरस्कार और अच्छी नौकरी मिल जाती है, परन्तु कामयाबी की अंतिम सीढ़ी से मात्र एक पायदान दूर रहने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों को जीवन की दुश्वारियां झेलनी पड़ती हैं।
उन्होंन कहा कि ऐसे अनगिनत खिलाड़ी अपने जीवन का अमूल्य समय खेल प्रतिभा निखारने में लगाकर गुमनामी में जीने को विवश हैं। खेल करियर समाप्त होने पर उनके सामने रोजगार और जीवनयापन का संकट खड़ा हो जाता है। इस संकट से उबारने में आईएमटी का कोर्स उनके लिये मददगार साबित होगा। डा पाण्डेय ने कहा कि आईएमटी गाजियाबाद ने खिलाड़ियों के लिए रोजगार एवं कौशल विकास के अवसर उपलब्ध कराने के लिए यह कोर्स डिजायन किया है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को इसे लाँच किया जायेगा। इस कार्यक्रम में देश के विख्यात खिलाड़ी एवं शिक्षाविद सहभागिता करेंगे। इनमें अर्जुन पुरस्कार विजेता हॉकी के पूर्व ओलिम्पियन अशोक ध्यानचंद, पूर्व ओलिम्पियन जफर इकबाल, मोहिन्दर पाल सिंह, सत्यपालसिंह, अर्जुन पुरस्कार विजेता युवा खिलाड़ी सतीश शिवालिंगम और केन्द्र सरकार के पूर्व सचिव विजय शंकर पाण्डेय शामिल हैं।