लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को शाहजहांपुर में 36 हजार 230 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले प्रदेश के सबसे लंबे ‘गंगा एक्सप्रेस वे’ की आधारशिला रख रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
योगी ने ट्वीट कर कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी आज शाहजहांपुर में लगभग 36,230 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे 594 कि.मी. लंबे ‘गंगा एक्सप्रेस-वे’ का शिलान्यास करने जा रहे हैं।”
आधिकारिक जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी 18 दिसंबर को दिन में लगभग एक बजे शाहजहांपुर जिले में गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना का शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित केन्द्र और राज्य सरकार के मंत्री एवं वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
इसके महत्व का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा, “उ.प्र. में बनने जा रहा ‘गंगा एक्सप्रेस-वे’ सामाजिक व आर्थिक उन्नयन के बहुआयामी स्वरूप को साकार करेगा। इस पर वायु सेना के विमानों के आपातकालीन टेक ऑफ व लैंडिंग हेतु 3.5 कि.मी. लंबी हवाई पट्टी का निर्माण होगा। यह एक्सप्रेस-वे औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में विकास को नई ऊंचाइयां देगा।”
प्रदेश को इस मार्ग की सौग़ात देने के लिए योगी ने मोदी का आभार जताया । उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “जिस प्रकार अविरल, अविचल बहतीं पतित पावनी माँ गंगा बिना किसी भेदभाव के सभी का उद्धार करती हैं, उसी प्रकार यह ‘गंगा एक्सप्रेस-वे’ समाज के सभी वर्गों की सामाजिक-आर्थिक प्रगति का आधार बनेगा। उत्तर प्रदेश को यह सौगात देने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार प्रधानमंत्री जी।”
ग़ौरतलब है कि संगम नगरी प्रयागराज से मेरठ के बीच 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस वे न सिर्फ पूरब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की दूरी को कम करेगा बल्कि कई राज्यों को भी उत्तर प्रदेश के करीब लायेगा। इसका फायदा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अलावा हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई अन्य राज्यों को मिलेगा। पूर्वी यूपी से लेकर पश्चिमी यूपी के 12 जिलों से गुजरने वाले इस एक्सप्रेस वे के किनारे औद्योगिक गलियारे से लेकर कई अन्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
राज्य सरकार ने पिछले साल 26 नवंबर को गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना की स्वीकृति दी थी। पर्यावरण संरक्षण के लिए एक्सप्रेस वे के किनारे करीब 18,55,000 पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही परियोजना में अधिग्रहित भूमि पर सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा, जिससे परियोजना के संचालन के लिए आवश्यक ऊर्जा की पूर्ति होगी। गंगा एक्सप्रेस वे पश्चिमी उप्र के मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं और शाहजहांपुर जिले से गुजर रहा है।