नई दिल्ली, सरकार ने सोमवार को बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत गंगा नदी की सफाई के लिए वर्ष 2016-17 में अब तक 1,627.90 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री विजय गोयल ने आज राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत गंगा नदी बेसिन प्रबंधन योजना 2015 (जीआरबीएमपी) की सिफारिशों के अनुसार परियोजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने बताया गंगा नदी बेसिन प्रबंधन योजना के कार्यान्वयन और सक्रिय विकास में सतत वैज्ञानिक सहयोग देने के लिए जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय तथा आईआईटी के संघ के बीच मार्च 2016 में समझौता ज्ञापन किया गया है। गोयल ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गंगा की मुख्य धारा पर स्थित पांच राज्यों में समग्र रूप से प्रदूषण फैलाने वाले 764 उद्योगों को सूचीबद्ध किया है जो गंगा नदी में लगभग 500 एमएलडी अपशिष्ट जल छोड़ते हैं। गंगा की मुख्य धारा पर स्थित 144 नालों से लगभग 6600 एमएलडी अपशिष्ट छोड़ा जाता है।