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गरीबों का निवाला बाटी चोखा, अब फाईव स्टार होटलों के मेन्यू में

देवरिया,कभी उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाके और पड़ोसी राज्य बिहार के गरीबों का निवाला रहा बाटी.चोखा अब बदलते जमाने में शाही लोगों का पसन्दीदा भोजन बनता जा रहा है।

पुराने जानकार बताते हैं कि कभी प्रदेश के देवरिया, गोरखपुर, बलिया, मऊ,गाजीपुर, बस्ती, कुशीनगर समेत बिहार के सीवान, छपरा, गोपालगंज, पश्चिम चम्पारण आदि जिलों में बाटी चोखा गरीब तबके का मुख्य भोजन हुआ करता था।

बस स्टैण्ड के पास बाटी की दुकान लगाने वाले 58 वर्षीय भगत राम ने बताया कि बदलते परिवेश में गरीबों का यह भोजन बड़े.बड़े लोगों का शाही भोजन बन गया है। अब तो साधारण बाटी. चोखा शादी ब्याह की पार्टियों के साथ बड़े लोगों का शौकिया भोजन बनता जा रहा है। बदलते परिवेश में बाटी चोखा का स्वरूप भी बदलने लगा है। लोग इसे अब शाही विधि.विधान से बनवाने लगे हैं।

उन्होंने बताया कि यह गरीबों का मुख्य भोजन इसलिये भी कहा जाता था कि इसे गरीब लोग कहीं भी कण्डा की आग तैयार कर उस पर बाटी चोखा तैयार कर अपनी क्षुधा को शान्त कर लेते थे। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चन्द्रशेखर बाटी.चोखा के बहुत ही शौकीन थे। अब बाटी के साथ कई प्रकार के मिक्स चोखे के साथ देशी घी का प्रयोग भी शाही बाटी चोखे में होने लगा है।