मथुरा, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने संस्कृति विश्वविद्यालय प्र्रबंधन को विद्यार्थियों को गांव में ले जाने की भी सलाह देते हुए कहा कि इससे विद्यार्थियों को गांव एव किसान की समस्याओं के बारे में जानकारी मिलेगी।
उन्हाेने कहा कि इससे नये अनुसंधान के मार्ग प्रशस्त होंगे साथ ही गांवों का भी विकास होगा। उन्होंने विद्यार्थियों का सेल बनाकर उन्हें इस काम से जोड़ने का आह्वान किया । इस अवसर पर मथुरा की सांसद हेमामालिनी को आनरेरी डाक्टरेट की डिग्री से अलंकृत किया गया।
शनिवार को संस्कृति यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में उपाधिधारकों को बधाई देते हुए कहा कि आज सबसे अधिक खुशी उपधि धारकों के माता पिता को होगी क्योंकि उपाधिधारकों को इस मंजिल तक पहुंचाने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है।
उन्होंने 100 गरीब परिवार की बच्चियों को निःशुल्क शिक्षा देने के निर्णय के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन के प्रति आभार व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि इससे प्रेरणा लेकर उपाधिधारक भी इसी प्रकार का कुछ कार्य करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि इस विश्वविद्यालय में परंपरागत विषयों के शिक्षण के साथ साइबर सेक्योरिटी जैसे गैर परंपरागत विषय भी पढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन को जीवन में आनेवाली अन्य समस्याओं से संबंधित पाठ्यक्रम चालू करने की सलाह देते हुए कहा कि मेडिकल में भी प्रबंधन करने की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के सरकारी विश्वद्यिालयों में वे गुणात्मक शिक्षा दिलाने के लिए संकल्पित हैं तथा इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही हैं।उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की शिक्षा देने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें एक अच्छा नागरिक बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री द्वारा गरीब परिवार को छत देने के निर्णय से लेकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण देने के कार्यक्र्रम का जिक्र करते हुए कहा कि उनके इन कार्यक्रमों का लाभ यह हुआ कि पिछले पांच साल में 16 करोड़ परिवार गरीबी रेखा से ऊपर उठ गए।इसमें लोगों ने विभिन्न प्रकार के तरीकों से इस सोंच के साथ सहयोग भी किया कि देश से गरीबी दूर हो जाय।
इस अवसर पर 2021 एव 2022 बैच के 2000 विद्यार्थियों को विभिन्न शाखाओं में उपाधि दी गई तो 125 विद्यार्थियों को मेडल एव 25 को पीएचडी की उपाधि से अलंकृत किया गया । कुलपति एम बी चेट्टी ने विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की तो कुलाधिपति डा सचिन गुप्ता ने सभी उपाधिधारकों को साधुवाद दिया ।
उन्होंने विश्वविद्यालय में ही आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में आंगनबाड़ियों को उनके केन्द्र के लिए किट वितरित करते हुए जिलाधिकारी द्वारा इस दिशा में किये जा रहे प्रयास की सराहना की और कहा कि उन्हें खुशी है कि यहां के जिलाधिकारी ने 1000 आंगनबाड़ी केन्द्रों को विभिन्न सुविधाओं से सुसज्जित कराया है। उनका कहना था कि आंगनबाड़ी केन्द्रों की मदद के लिए और हाथ उठने चाहिए क्योंकि इनमे गरीब एवं झोपड़ी में रहनेवाले परिवारों के बच्चे आते हैं। जब उन्हें कोई नई सुविधा मिलती है तो उनकी आंखों में चमक आ जाती है।