देवरिया, उत्तर प्रदेश में देवरिया जिले के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के गांवों को बाढ़ से बचाने के लिये बाढ़ विभाग जून माह में 15 बांधों को और मजबूत कराने का कार्य कर रहा है।
बाढ़ विभाग के अधिशासी अभियंता नरेंद्र जड़िया ने गुरूवार को यहां “ यूनीवार्ता ” को बताया कि देवरिया जिले में कुल बांधों की संख्या 40 है जिसमें से 15 कमजोर बांधों को और मजबूती प्रदान करने के लिये विभाग विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से मरम्मत कराने का कार्य जून माह में करा रहा है।उन्होंने बताया कि आगामी बारिश के मौसम को देखते हुए बाढ़ की आशंका के मद्देनजर एहतियात के तौर पर फिलहाल अभी 9 बाढ़ चौकियां जिले के विभिन्न बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में खोल दी गई है। इसी के साथ दो वायरलेस चौकी भी काम कर रही है। उन्होंने बताया कि बाढग्रस्त क्षेत्र के करीब पचीस गांवों को वाट्सएप ग्रुप से जोड़ने की तैयारी की जा रही है जिसमें उक्त गांवों के प्रधान, सम्बंधित क्षेत्र के खंड विकास अधिकारी, थानेदार और क्षेत्र के गणमान्य लोगों को जोड़ने की कवायद चल रही है। बाढ़ के समय कही कटान आदि होता है,तो इसकी जानकारी इसके माध्यम से भी तुरंत मिल जायेगी।
उन्होंने बताया कि बाढ़ से बचाव के लिये विभाग अभी से अपने कार्य म़े लग गया है और विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से 15 संवेदनशील बांधों पर कार्य कराया जा रहा है। नौ बाढ़ चौकियों पर कर्मचारी अपनी ड्यूटी दे रहे हैं।यह पूछे जाने पर कि 15 बांधो पर विभाग द्वारा विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से जो कार्य कराये जा रहे हैं, उसके लिए निर्धारित फंड को लेकर पूछे गये सवाल पर वह कन्नी काट गये ।
गौरतलब है कि देवरिया जिले के रूद्रपुर तहसील का कुछ हिस्सा, बरहज तहसील के कुछ हिस्से, सलेमपुर तहसील के कुछ हिस्से,भाटपाररानी तहसील के कुछ हिस्सों के साथ देवरिया तहसील के कुछ आंशिक हिस्से बाढ़ से प्रभावित होते रहे हैं। सबसे विकट स्थित बरहज तहसील और रूद्रपुर तहसील क्षेत्र के बाढ़ ग्रस्त गांवों की बाढ़ में देखने को मिलती रही है। लोगों का कहना है कि जून माह में विभाग द्वारा बाढ़ से बचाव के लिये बंधों का मरम्मत करना लोगों को सोचने पर मजबूर कर देता है।