गाजियाबाद में 83 प्रतिशत मतदाताओं को कैटेगरी ‘सी’ में डालने पर सपा ने जताई नाराज़गी, सौंपा ज्ञापन

लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनावी मतदाता सूची अद्यतन प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश को ज्ञापन सौंपा है। पार्टी ने गाजियाबाद विधान सभा क्षेत्र में 2,47,364 यानी 83 प्रतिशत मतदाताओं को बीएलओ द्वारा कैटेगरी “सी” में डाले जाने को चिंताजनक बताते हुए तत्काल जांच और सुधार की मांग की है।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर राज्य अध्यक्ष श्याम लाल पाल की ओर से दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि संबंधित मतदाताओं ने वर्ष 2003 की मतदाता सूची के आधार पर आवश्यक विवरण बीएलओ को सही तरीके से उपलब्ध कराया है। इसके बावजूद उन्हें कैटेगरी “सी” में डाल दिया गया है। इससे सभी मतदाताओं को अनावश्यक नोटिस जारी होंगे और उन्हें बिना कारण दस्तावेज प्रस्तुत करने की परेशानी उठानी पड़ेगी।
इसके अलावा विभिन्न जिलों में मतदाता सूची की उपलब्धता और अदला-बदली को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं। जिसमे वाराणसी (पिंडरा विधानसभा) मतदेय स्थल संख्या 214, 215, 216 और 276 पर बीएलओ को वर्ष 2003 की दूसरी मतदाता सूची उपलब्ध कराई गई है, जबकि पोर्टल पर अपलोड सूची अलग है। इससे गणना प्रपत्र सबमिट करने में कठिनाइयाँ आ रही हैं।
इसी तरह कासगंज (कासगंज, अमाँपुर, पटियाली विधानसभा) यहाँ शुरूआत में दी गई 2003 की मूल मतदाता सूची वापस लेकर दूसरी सूची दी गई है, जिससे लाखों मतदाताओं के नाम डिलीट होने की आशंका जताई गई है।
वहीं चंदौली (मुगलसराय विधानसभा) में मतदेय स्थल संख्या 40, 197, 198, 199, 200, 201, 202, 203, 216 और 359 पर 2003 की मतदाता सूची पोर्टल पर उपलब्ध ही नहीं है। इसके कारण सभी मतदाताओं के गणना प्रपत्र कैटेगरी “सी” में अपलोड किए जा रहे हैं।
जबकि बलिया (बासडीह विधानसभा) में सभी मतदान केंद्रों पर 20–25 कम गणना प्रपत्र वितरित किए गए, जिससे लगभग 15–20 हजार मतदाताओं के प्रपत्र जमा नहीं किए जा सके और उनके नाम हटने का खतरा है।
पार्टी ने कहा है कि यदि इन त्रुटियों को तुरंत दूर नहीं किया गया तो लाखों मतदाता अपने मताधिकार से वंचित हो जाएंगे और एसआईआर प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े होंगे।





