लखनऊ, पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। उनके खिलाफ दर्जनों अवैध खनन के मामले में भी कार्रवाई की तैयारी हो रही है। लोकायुक्त के पास मंत्री के खिलाफ कई मामले में दर्ज हैं।
सूबे में सपा सरकार होने के चलते आरोपी मंत्री पर लगातार अवैध खनन के आरोप लगते रहे लेकिन सत्ता पक्ष का होने पर मंत्री के खिलाफ कोई भी बड़ी कार्यवाही नहीं हो सकी। जैसे ही सत्ता पलटी और भाजपा सरकार में गैंगरेप के आरोपी मंत्री को जेल जाना पड़ा। अब उन पर लगे दर्जनों अवैध खनन के केस भी खोले जायेंगे। इसके लिए एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर जस्टिस संजय मिश्रा से मुलाकात की। बता दें कि डॉक्टर ठाकुर ने जस्टिस से मिली और उन्होंने प्रजापति के खिलाफ कई साक्ष्य प्रस्तुत किए। उन्होंने आरोपी पर जल्द से जल्द कार्यवाही करने की गुजारिश की।
लोकायुक्त ने स्वयं पूरे मामले को देख कर तत्परतापूर्वक अग्रिम कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया। अकूत सम्पति परिवार के नाम सन् 2014 में डॉक्टर ने एक शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रजापति ने अवैध खनन से अकूत संपति कमाई है। उन्होंने इससे कमाया एक-एक रुपया खुद न रखकर पत्नी महाराजी, दो पुत्र अनिल व अनुराग, दो पुत्री सुधा व अंकिता, अन्य रिश्तेदारों, निकट सहयोगी जैसे विकास वर्मा, पिंटू यादव, पिंटू सिंह, अपने ड्राइवर राम सहाय तथा रामराज तथा डिसेंट कंस्ट्रक्शन प्रालि, लाइफ क्योर मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर प्रा.लि., एमजी कोलोनाइजर, शुभांग एक्सपोर्ट, ड्रीम डेस्टिनेशन इन्फ्रा-लैंड सर्विसेज प्रालि, पावनी डेवेलोपेर्स प्रालि तथा वैष्णो इन्फ्राहाइट्स जैसी कंपनियों के नाम पर बनाई है। रेप के आरोपी भी गायत्री अवैध खनन से अरबो रुपये कमाने वाले गायत्री प्रसाद प्रजापति पर एक महिला से गैंगरेप और बेटी से यौनशोषण का आरोप लगा है। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद राजधानी पुलिस ने पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार जेल की सलाखों के पीछे भेजा है। गायत्री ने दूसरी रात्रि चोर उचक्कों के बीच काटी है।