गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन ने एक बार फिर हिंसक मोड़ ले लिया है। आरक्षण और जेल में बंद अपने नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर महेसाणा शहर में आयोजित पटेल समुदाय की विशाल रैली ने आज हिंसक रूप ले लिया। पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया। इसमें सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) के प्रेसिडेंट लालजी पटेल जख्मी हो गए। इस आंदोलन के मुखिया हार्दिक पटेल के खिलाफ राजद्रोह के मामले चल रहे हैं और वे पिछले 8 महीनों से जेल में हैं। पाटीदार, हार्दिक पटेल को जेल से बाहर निकालने जाने की मांग कर रहे हैं।
पटेल समुदाय के लिए ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे सरदार पटेल ग्रुप के आह्वान पर जेल भरो आंदोलन के तहत पटेल प्रदर्शनकारी मोढेरा चौराहे पर एकत्र हुए थे।पुलिस ने दावा किया कि उसने लाठीचार्ज का सहारा तब लिया जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों पर पथराव करना शुरू किया जबकि लालजी पटेल ने आरोप लगाया कि पटेल आंदोलनकारियों को बिना किसी उकसावे के निशाना बनाया गया। एसपीजी प्रमुख लालजी पटेल को पुलिस के साथ टकराव के दौरान सिर में चोट लगी।हार्दिक के बाद अब लालजी पटेल ही आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं।महेसाणा में गुजरात के मिनिस्टर नितिन पटेल के ऑफिस पर भी हमला हुआ है।