अहमदाबाद, गुजरात के जूनागढ़ में किशोर दवे नाम के एक पत्रकार की उनके दफ़्तर में ही चाकू मारकर हत्या कर दी गई. किशोर दवे जयहिंद अख़बार के ब्यूरो चीफ़ थे.किशोर दवे के परिवार वालों ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता रतिलाल सुरेजा के बेटे डॉ. भावेश सुरेजा पर हत्या का आरोप लगाया है. मामले में अब तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है.
रतिलाल सुरेजा गुजरात के मोदी सरकार में कृषि मंत्री रह चुके हैं. पिछले एक साल से किशोर दवे और डॉ. भावेश सुरेजा के बीच झगड़ा चल रहा था. डॉ. भावेश सुरेजा के खिलाफ एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसे पत्रकार किशोर दवे ने अपने अखबार में प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इसके बाद भावेश ने किशोर के खिलाफ मनहानि का केस भी किया था.
परिवार ने बताया कि पहले भी पुलिस को चिट्ठी लिखी थी कि पूर्व बीजेपी मंत्री रतिलाल सुरेजा के बेटे ने उन्हें धमकी दी हुई थी. खबर को लेकर नेता ने पत्रकार को धमकी दी हुई थी. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में जुटी हुई है.
पुलिस अधीक्षक नीलेश जजाडिया ने बताया कि वंजारी चौक पर स्थित गुजराती दैनिक अखबार के दफ्तर में कल रात करीब साढ़े नौ बजे किशोर दवे (53) की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई.शाम करीब साढ़े नौ बजे जूनागढ़ के वनजारी चौक स्थित एक कॉम्प्लेक्स में किशोर अपने दफ्तर में काम कर रहे थे. तभी कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके ऊपर छुरी से हमला कर दिया. किशोर दवे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जब किशोर दवे का सहायक ऑफिस आया तब सबसे पहले उसने खून में सनी लाश देखी और पुलिस को खबर दी. जजाडिया ने बताया, ‘उन्हें छह-सात बार चाकू मारा गया. चाकू के जख्मों को देखकर हत्या के पीछे का कारण निजी दुश्मनी समझ में आता है.’ उन्होंने बताया कि दवे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है.