नई दिल्ली, दो दशक से ज्यादा समय तक भारतीय पुरूष मुक्केबाजी टीम के मुख्य कोच की भूमिका निभाने वाले अनुभवी गुरबक्श सिंह संधू अब देश की महिला मुक्केबाजों को ट्रेनिंग देंगे, जिसमें उनके सहायक कोच अर्जुन पुरस्कार हासिल कर चुके मोहम्मद अली कमर और एन उषा होंगी। संधू 14 सदस्यीय मजबूत टीम के कोच होंगे। हाल में गठित भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने महिला मुक्केबाजी कोचिंग ढांचे में पूर्ण रूप से बदलाव किया है। संधू एंड कंपनी 10 दिसंबर से राष्ट्रीय शिविर का भार संभालेंगी। बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, हमने ये बदलाव करने का फैसला किया है क्योंकि वर्तमान स्थिति को ब्रेक करने की जरूरत थी। मैं पिछले कोचों के प्रदर्शन पर टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन मेरा मानना है कि इन बदलावों को करने की जरूरत थी। इससे अनूप कुमार के लंबे कार्यकाल का अंत हो गया।
संधू तब मुख्य कोच थे जब भारत ने विजेंदर सिंह के रूप में 2008 में पहला ओलंपिक पदक जीता था। संधू ने कहा, यह मेरे लिये पूरी तरह से नया क्षेत्र है। मैं इसके लिये तैयार हूं। मुझे लड़कियों को ट्रेनिंग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है, जो मेरे लिये नई चुनौती है। मैं बीएफआई का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे पर भरोसा जताया और मुझे उम्मीद है कि मैं अच्छे परिणाम दे पाउंगा। नया कोचिंग स्टाफ इस प्रकार हैः मुख्य कोचः गुरबक्श सिंह संधू। हाई परफोरमेंस मैनेजर-कम-कोचः पूनम बेनीवाल। सहायक कोच (पुरूष) मोहम्मद अली कमर, जयदेव बिष्ट, भास्कर भट्ट, सागर मल धायल, जगदीश सिंह, छोटे लाल याद, इनकोम। सहायक कोच (महिला) एन उषा, रेणु गोरा, संध्या गुरूंग, दीपा चानू, मंदाकिनी चानू, भारती, अकोक।