नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुरू रविदास की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया और कहा कि उनकी सरकार गुरू रविदास जी की शिक्षा के अनुरूप ‘‘सबका साथ, सबका विकास’’ की भावना के साथ काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में गुरू रविदास की प्रतिमा को नमन करते हुए उनका चित्र भी जारी किया ।
मोदी ने ट्वीट किया कि गुरू रविदास किसी के भी साथ भेदभाव के खिलाफ थे और हम, सभी लोगों, खासकर गरीबों की सेवा की उनकी शिक्षा को ध्येय बनाकर काम कर रहे हैं । उन्होंने कहा, ‘‘ मैं गुरू रविदास जी को उनकी जयंती पर नमन करता हूं । वे हमारी धरती पर जन्म लेने वाले सबसे महान संतों में से एक थे । उन्होंने समतामूलक, न्यायपूर्ण और करूणामय समाज की स्थापना के लिये काम किया । उनकी शिक्षा शाश्वत और समाज के सभी वर्गो के लिये आज भी प्रासंगिक है । ’’
मोदी ने कहा कि गुरू रविदास जी ने हमारे समाज में कई सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम किया । उन्होंने अराजक और पीछे की ओर ले जाने वाले चलन पर सवाल उठाया और लोगों को समय के साथ बदलाव के लिये प्रेरित किया । जिज्ञासा का भाव और समय के साथ बदलाव के मुताबिक बढ़ने पर जोर महत्वपूर्ण है ।
प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि गुरू रविदास जी सौहार्द और भाईचारे के मूल्यों में अटूट आस्था रखते थे । वे किसी के साथ भेदभाव में विश्वास नहीं करते थे । ‘‘ जब हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ के भाव के साथ काम करते हैं, तब यह गुरू रविदास के सभी लोगों, खासकर गरीबों की सेवा की शिक्षा पर आधारित होता है। ’’
मोदी ने गुरू रविदास जी की कुछ पंक्तियों को साझा किया…..
ऐसा चाहूँ राज मैं जहाँ मिलै सबन को अन्न।
छोट बड़ो सब सम बसै, रैदास रहै प्रसन्न।।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरू रविदास जी के समृद्ध आदर्शों के अनुरूप हम मजबूत, समृद्ध और समावेशी भारत के निर्माण के लिये दिन रात काम कर रहे हैं जहां विकास का लाभ गरीबों समेत समाज के हर वर्ग को प्राप्त हो ।