गुरूगोविंद सिंहजी के 350वें प्रकाशोत्‍सव पर सांस्‍कृतिक विविधताओं का समागम

gurugobindsinghjiपटना , सिखों के दसवें गुरू श्री गुरूगोविंद सिंहजी के 350वें प्रकाशोत्‍सव के मौके पर राजधानी पटना में देश की सांस्‍कृतिक विविधताओं का समागम देखने को मिल रहा है।
मुख्य समारोह स्थल एतिहासिक गांधी मैदान से चंद कदम की दूरी पर श्रीकृष्‍ण मेमोरियल हॉल में चल रहे कार्यक्रम में ख्यातिलब्ध कलाकार राम प्रसाद मिश्रा की ठुमरी ने समां बांध दिया, तबले पर उनका साथ पंडित मदन मोहन उपाध्‍याय ने दिया। ठुमरी के बाद समरिन सन्‍याल ने महान साहित्‍यकार एवं नोबेल पुरूस्‍कार विजेता रविंद्र नाथ ठाकुर द्वारा गुरू गोविंद सिंहजी पर रचित कविता का पाठ किया।
वहीं गुरिंदर हरनाम सिंह ने ख्‍याल. दसम वाणी की प्रस्तुति दीए जिसमें उनके साथ तबला पर मदनील सिसोदियाए हारमोनिया पर ललित सिसोदिया, वोकल हरसिमरन कौर और सारंगी पर घनश्‍याम सिसोदिया ने दिया। सुखविंदर अमृत ने काव्‍य पाठए सुवीर मिश्रा ने रूद्र वाणी और मोहनश्‍याम शर्मा ने पखावज पर संगीत के सुर छेड़े। अंत मेंए डॉ मदन गोपाल सिंह ने बाबा फरीद से बुल्‍ले शाह का भव्‍य सूफी गायन प्रस्‍तुत कियाए जिसे देख हॉल में लोगों सूफीज्‍म के रंग सराबोर हो गए।

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