नई दिल्ली, राजस्थान के अलवर में गोरक्षा के नाम पर हुई युवक की हत्या का मामला गुरुवार को राज्यसभा में गरमाया। इस मामले को लेकर विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया।
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने इस मामले को सदन में उठाया जिसके बाद उपसभापति पीजे कुरियन ने कहा कि गृह मंत्रालय इस बारे में अपनी रिपोर्ट दे कि अलवर में कोई हिंसा नहीं हुई है। राज्यसभा में इस मामले पर विपक्षी सांसदों के तल्ख तेवर अख्तियार करने के बाद उपसभापति ने सरकार से कहा है कि गृह मंत्रालय रिपोर्ट दे कि अलवर में कोई हिंसा नहीं हुई है। प्रमाण के बाद ही इस विषय पर चर्चा की जाएगी।
संसदीय कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पूरे मामले पर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि गोरक्षा के नाम पर हम गुंडागर्दी का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से घटना को पेश किया जा रहा है, ऐसी कोई घटना जमीन पर नहीं हुई है। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बहुत अफसोस और दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि इतनी बड़ी घटना हो गई है और मंत्री को इसके बारे में जानकारी नहीं है।
राजस्थान में गौ तस्करी के आरोप में एक मुस्लिम शख्स की पिटाई से मौत हो गई। मामला अलवर का है, जहां गौ तस्करी के आरोप में करीब 15 संदिग्धों की गो रक्षकों ने पिटाई कर दी। इसी क्रम में पेहलू खान नाम के 35 वर्षीय युवक की भी पिटाई की गई। बाद में पुलिस ने उसे घायल अवस्था में अलवर के एक अस्पताल में भर्ती कराया था। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि पिटाई के दो दिन बाद युवक ने सोमवार की देर रात दम तोड़ दिया।