गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर में बन रहे आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य की धीमी गति पर रोष प्रकट करते हुए अधिकारियों को चेतावनी दी है कि दो महीने के अंदर अगर इस परियोजना के काम में संतोषजनक प्रगति नहीं हुयी तो सख्त कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को गोरखपुर के पिपरी (भटहट) में बन रहे प्रदेश के पहले महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान मिट्टी भराई का काम पूरा नहीं होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि दो माह में मिट्टी भराई का कार्य पूर्ण न होने और निमार्ण कार्य में अपेक्षित प्रगति न दिखने पर ठेकेदार और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
आयुष विश्वविद्यालय पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने काम की गति को संतोषजनक नहीं पाते हुए तल्ख लहजे में कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार को कड़ी फटकार लगायी। अधिकारियों ने परियोजना निर्धारित समय से पूरा करने का मुख्यमंत्री को भरोसा जताते हुए कहा कि आगामी मई के अंत तक हर हाल में मिट्टी भराई का काम पूरा करने के बाद अगले साल अगस्त तक विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य पूर्ण कर देंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर के जिलाधिकारी को इस काम की प्रगति की जवाबदेही तय करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि समयबद्ध ढंग से काम पूरा न होने पर बिना किसी रियायत के सख्त कार्रवाई करें। परियोजना की समीक्षा बैठक में उन्होंने समयबद्ध निर्माण न होने पर देरी के लिये जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया। उन्होंने मंडलायुक्त और जिलाधिकारी इस काम की नियमित समीक्षा करते रहने को कहा। बैठक में आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एके सिंह, एडीजी अखिल कुमार, मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी, डीआईजी जे रविन्द्र गौड़, डीएम विजय किरन आनंद, एसएसपी डॉ विपिन टाडा व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी की पहल पर महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास पिछले साल 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था।