गोल्ड मैडल जीतने के बाद मित्तल ने कहा-मेरी कड़ी मेहनत का फल मिल रहा है

Ankur-Mittalनई दिल्ली,  अंकुर मित्तल के लिये यह साल बेहतरीन रहा है और इस डबल ट्रैप निशानेबाज को लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में की गयी कड़ी मेहनत का फल अंततः उसे मिल रहा है। इस 24 वर्षीय निशानेबाज ने पिछले महीने सत्र के शुरूआती आईएसएसएफ विश्व कप में रजत पदक जीता था। एक महीने से भी कम समय बाद मित्तल ने मैक्सिको के अकापुलको में आईएसएसएफ विश्व कप शाटगान में डबल ट्रैप स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया।मित्तल ने अपनी जीत के बाद कहा, सारी कड़ी मेहनत का यहां फल मिल गया।

उन्होंने अपनी विश्व रिकार्ड बराबरी की उपलब्धि को अपनी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि करार किया। उन्होंने कहा, घरेलू रेंज के बाहर आईएसएसएफ विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतना शानदार अहसास है और वह भी विश्व रिकार्ड। यह मेरा सबसे बड़ा पदक है। मैं अपने इस प्रदर्शन के बारे में सचमुच काफी खुश हूं। मित्तल ने कहा, यह बिलकुल ही अलग है, वैसे इसका अहसास जब मैं घर पहुंच जाउंगा तब ज्यादा होगा।

फाइनल में मित्तल ने आस्ट्रेलियाई प्रतिद्वंद्वी जेम्स विलेट को पछाड़ा, जिससे वह यहां कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में हार गये थे और एक महीने से भी कम समय में बदला चुकता कर लिया।मित्तल ने विलेट द्वारा दिल्ली में बनाये गये विश्व रिकार्ड की बराबरी की और फाइनल में 75 हिट लगाये जो उनके आस्ट्रेलियाई प्रतिद्वंद्वी ने लगाये थे।यह पूछने पर कि बदला पूरा हो गया तो उन्होंने कहा, मैं इसे बदला चुकता करना नहीं कहूंगा। जेम्स शानदार निशानेबाज है और जीतना और हारना खेल का हिस्सा है।

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