घरेलू उपायों से करें कॉर्न का इलाज

 कॉर्न नाम की यह बीमारी पैर के तलवों और जोड़ों में होता है। कोर्न होने का मुख्य कारण पैरों के भाग पर पड़ने वाला दबाव है। यह उन व्यक्तियों को होता है जो गलत साइज के जूते पहनते हैं। यदि कोई व्यक्ति जूता छोटा पहनता है तो उसके पैर के पंजे जूते के अगले भाग से दबने लगते हैं और लगातार पंजों पर दबाव पड़ने के कारण तथा पंजों के पास खुजली होने से पंजों के जोड़ बड़े हो जाते हैं। और उनमें सूजन आ जाती है। इस सूजन के हो जाने के कारण रोगी व्यक्ति को बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
कॉर्न नाम की यह बीमारी पैर के तलवों और जोड़ों में होता है। कोर्न होने का मुख्य कारण पैरों के भाग पर पड़ने वाला दबाव है। यह उन व्यक्तियों को होता है जो गलत साइज के जूते पहनते हैं। यदि कोई व्यक्ति जूता छोटा पहनता है तो उसके पैर के पंजे जूते के अगले भाग से दबने लगते हैं और लगातार पंजों पर दबाव पड़ने के कारण तथा पंजों के पास खुजली होने से पंजों के जोड़ बड़े हो जाते हैं। और उनमें सूजन आ जाती है। इस सूजन के हो जाने के कारण रोगी व्यक्ति को बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आज हम आपको कॉर्न से बचने के कुछ घरेलु उपचार के बारे में बता रहे हैं जिससे आपको इस बीमारी से निजात मिल सकता है। मुलेठी- मुलेठी सबसे असरकारक घरेलु चिकित्सा है। इसके इस्तेमाल से कॉर्न को आसानी से मिटाया जा सकता है। निम्बू- निम्बू कोर्न के उपचार में लाभदायक है। इसमें मौजूद एसिड कोर्न की त्वचा को मुलायम बनाता है। पपीता- पपीता कॉर्न के लिए एक अच्छा घरेलु उपचार है। इसके रस से सख्त त्वचा और कॉर्न को मिटाया जा सकता है। लहसुन- त्वचा को मुलायम रखने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इससे कॉर्न को आसानी से मिटाया जा सकता है। जंगली प्याज- प्याज में फंगल रहित तत्व होते है जो इन्फेक्शन को रोकने में सहायक है, यह त्वचा को मुलायम बनाए रखती है।
 
				 
					




