लंदन, दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट और टी-20 टीम के कप्तान फाफ डु प्लेसिस का मानना है कि देश का पहला टी-20 टूर्नामेंट ग्लोबल टी-20 लीग घरेलू खिलाड़ियों को दूसरे देशों में जाने से रोकेगी और नई प्रतिभा को खोज कर लाएगी। डु प्लेसिस ने यह बात यहां लीग के लॉन्च होने के मौके पर कही। मैंने यह बात तब कही थी जब कोल्पैक की शुरुआत हुई थी।
वह शायद सबसे अच्छा सयम था जब देश को अपने खिलाड़ियों को अपने देश में बनाए रखने के प्रयास करने चाहिए थे। कोल्पैक एक तरह का करार होता है। जब इसके तहत खिलाड़ी अपने देश को छोड़ कर दूसरे देश खासकर इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेता है। खिलाड़ी करार खत्म होने के बाद अपने देश में वापसी कर सकता है।
खुद डु प्लेसिस दो साल तक इंग्लैंड की काउंटी लंकाशायर के लिए खेले थे और फिर 2010-11 में स्वेदश वापसी की थी तब से दक्षिण अफ्रीका टीम का हिस्सा हैं। डु प्लेसिस के मुताबिक, खिलाड़ियों को अब दूसरे देशों की तरफ देखने की जरूरत नहीं है। मौका और पैसा दोनों के लिहाज से। उन्हें अब अपने देश से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इस लीग के ज्यादातर खिलाड़ी अपने देश में ही रहेंगे।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि घरेलू क्रिकेट को कमतर आंका गया। आपके अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को पूरे विश्व में काफी मौके मिलते हैं, लेकिन यह घरेलू खिलाड़ियों के लिए बड़ा मौका साबित होगा। इससे उन्हें विश्व क्रिकेट में अपना नाम कमाने का मौका मिलेगा और आईपीएल जैसे दूसरे बड़े टूर्नामेंट में वह खेल सकेंगे।