नयी दिल्ली, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा के बेहतर संचालन के लिए निगरानी समिति का गठन कर अधिकारियों को यात्रा मार्गों में तैनात रहने का निर्देश देते हुए कहा है कि कोई यात्री बिना पंजीकरण के किसी धाम पर पहुंचता है तो इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां उत्तराखंड सदन से वर्चुअल आधार पर चार धाम यात्रा की समीक्षा की और शीर्ष अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह खुद फील्ड पर उतरे और यात्रा की संचालन की खुद निगरानी करें। उन्होंने यात्रा में सभी विभागों के अधिकारियों से यात्रा के संचालन में समन्वय तथा जिम्मेदारियों का निष्ठा से निर्वहन करने का निर्देश दिया और कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यात्रा संचालन की निरंतर निगरानी की सख्त जरूरत बताते एसीएस आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में निगरानी समिति गठित करने के निर्देश दिए और कहा कि यात्रा के बेहतर संचालन के लिए यात्रा मार्गों पर शासन के उच्च अधिकारी एवं पुलिस के आईजी स्तर के अधिकारी फील्ड में बराबर तैनात रहें।
उन्होंने कहा, “मंदिरों में श्रद्धालुओं को दर्शन का समान समय मिले तथा रजिस्ट्रेशन एवं दर्शन में वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता देने के साथ ही ऋषिकेश, हरिद्वार एवं अन्य ठहराव वाले स्थानों से केदारनाथ, बदरीनाथ जा रहे वाहनों को अलग-अलग समय में छोड़ा जाये। आवश्यकता हो तो बीकेटीसी से समन्वय कर मंदिरों में दर्शन की समय अवधि भी बढ़ाई जाए।”
मुख्यमंत्री ने मानसून के दौरान भी चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन के अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि समय रहते पूरी तैयारी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए तय ठहराव वाले स्थान पर नियमित सफाई पेयजल एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं की पूर्ण व्यवस्था करने के साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की जाए।