चित्रकूट में डकैतों के साथ पुलिस की मुठभेड़, दारोगा शहीद
August 24, 2017
चित्रकूट, उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले के मानिकपुर के जंगल में गुरुवार सुबह पांच लाख रुपये के इनामी डकैत बबुली कोल और उसके गिरोह के साथ हुई मुठभेड़ में सब-इंस्पेक्टर जयप्रकाश सिंह शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में घायल एक डकैत समेत तीन डकैतों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
अधिकारियों के मुताबिक, मुठभेड़ में बाहिलपुरवा एसओ वीरेन्द्र त्रिपाठी को भी गोली लगी है। पुलिस के अनुसार, मुठभेड़ सुबह करीब छह बजे शुरू हुई थी और छह घंटे से भी ज्यादा समय तक चली। पुलिस को सूचना मिली थी कि खूंखार बबुली कोल गिरोह जंगल किनारे के गांव निही चिरैया के करीब वन विभाग की चौकी के आसपास मौजूद है। इसके बाद पुलिस कप्तान ने मऊ और मानिक सर्किल की दो पुलिस टीमें बनाकर जंगल की तरफ रवाना किया।
पुलिस को देखते ही डकैत गिरोह ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसी क्रम में दारोगा जयप्रकाश सिंह के पेट और पैर में दो गोलियां लगीं, जिससे उनकी मौत हो गई। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि बबुली कोल गिरोह के साथ पुलिस के मुठभेड़ में एक दारोगा जयप्रकाश सिंह की गोली लगने से मौत हो गई। वरिष्ठ अधिकारियों को अतिरिक्त पुलिस बल के साथ घटनास्थल की तरफ रवाना किया गया है।
जयप्रकाश सिंह जौनपुर के रहने वाले थे। पुलिस और डकैतों के बीच मुठभेड़ से आसपास के गावों में भारी दहशत है। गांव वालों को डर है कि डकैत कहीं किसी गांव में न घुस जाएं। इसके चलते ज्यादातर ग्रामीणों ने अपने को घरों में कैद कर लिया है।
डकैत बबुली कोल पर उप्र प्रशासन ने पांच लाख रुपये और मप्र से 30 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। दोनों प्रदेशों की पुलिस ने मिलकर कई बार उसके खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। जंगल की अच्छी जानकारी और आसपास के गावों में शरण मिलने के कारण वह हर बार बच निकला है।