जयपुर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के अभियान का औपचारिक शंखनाद यहां एक रोडशो से किया। पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार जयपुर आए राहुल ने यहां पार्टी प्रतिनिधियों के एक सम्मेलन को संबोधित किया और केंद्र की राजग सरकार तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। हालांकि बाद में भाजपा की स्थानीय इकाई ने गांधी के आरोपों को खारिज कर दिया।
राहुल के इस रोडशो को इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि जयपुर को आमतौर पर सत्तारूढ़ भाजपा का गढ़ माना जाता है।
एयर इंडिया के विमान से यहां पहुंचे राहुल ने एयरपोर्ट से रामलीला मैदान तक का सफर एक विशेष बस में किया। पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने कई जगह उनका स्वागत किया। राहुल भी कई जगह रुके और एक दो जगह उतरकर कार्यकर्ताओं के बीच भी पहुंचे। सुरक्षाकर्मियों को उत्साहित कार्यकर्ताओं को काबू करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। लगभग 12 किलोमीटर के इस रोडशो में लगभग तीन घंटे लगे।
इस दौरान कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत, पार्टी प्रदेश प्रमुख सचिन पायलट व पार्टी के राजस्थान मामलों के प्रभारी अविनाश पांडे सहित प्रमुख नेता उनके साथ थे। इस कार्यक्रम की सफलता से खुश नजर आ रहे पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे कांग्रेस सरकार बनाने का संकल्प लें। उन्होंने पार्टी सम्मेलन में कहा कि मौजूदा राजे सरकार ने प्रदेश की जनता को निराश किया है और जनता बहुत विचलित है।
इस सम्मेलन में पार्टी ने प्रदेश कांग्रेस में एकता को दिखाने की कोशिश भी की। गहलोत व पार्टी के प्रदेश प्रमुख सचिन पायलट मंच पर ही एक दूसरे के गले मिले। अपने भाषण के बाद गांधी ने दोनों नेताओं को पास किया जिसके बाद वे गले मिले और एक तरह से एकता का संदेश दिया। इससे पहले पायलट ने भी अपने संबोधन में उपचुनावों में जीत श्रेय मंच पर बैठे सभी पार्टी नेताओं को दिया। वहीं भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने इस सम्मेलन में राहुल गांधी द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया। भाजपा के स्थानीय नेताओं ने सम्मेलन के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राफेल लडाकू विमान सौदे में भ्रष्टाचार के कथित आरोपों पर संसद में विस्तार से चर्चा हो चुकी है और सौदे में किसी तरह की अनियमितता नहीं हुई।