नई दिल्ली, चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए मुख्यमंत्री के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। चुनाव आयोग ने गुजरात के मुख्यमंत्री आवास में सत्तारूढ़ भाजपा की बैठक को मुख्य विपक्षी कांग्रेस की ओर से की गयी एक शिकायत का संज्ञान लेते हुए इसकी जांच के आज आदेश दिये।
गांधीनगर के जिला कलेक्टर तथा निर्वाचन अधिकारी एस के लांगा को यह जांच सौंपी गयी है। उन्होंने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस मुरलीकृष्णा ने उन्हें जांच सौंपी है और वह तय नियमों के अनुरूप जांच कर साक्ष्य आदि जुटाने के बाद अपनी रिपोर्ट भेजेंगे। ज्ञातव्य है कि सत्तारूढ़ भाजपा के गुजरात की सभी 26 सीटों पर प्रत्याशी चयन के लिए कल से तीन दिन की लोकसभा चुनाव समिति तथा पार्टी के प्रदेश संसदीय बोर्ड की बैठक कल से राजधानी गांधीनगर में मुख्यमंत्री निवास में चल रही है।
इसमें पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा प्रदेश के लोकसभा चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुरए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी तथा प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी भी शिरकत कर रहे हैं। कल 11 सीटों की समीक्षा हुई और आज भी इतने ही सीटों की समीक्षा हुई है। अंतिम दिन यानी कल चार और सीटों की समीक्षा के बाद संभावित उम्मीदवारों की अंतिम सूची केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजी जायेगी।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री निवास एक सरकारी स्थल है और आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद वहां भाजपा के प्रत्याशियों के चयन के लिए बैठक करना संहिता का खुलेआम उल्लंघन है। इसलिए आयोग से इस मामले में कड़ी कार्रवाई का आग्रह किया गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वाघाणी ने हालांकि इस आरोप को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह बैठक उनके आवास पर हुई है। यह कोई प्रचार अभियान अथवा रैली नहीं है। चुनाव में निश्चित पराजय के डर से डरी कांग्रेस अब ऐसे मुद्दे उठा रही है।