भोपाल, मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में एक सप्ताह से भी कम समय शेष रहने के बीच प्रदेश में चुनाव प्रचार का शोर इन दिनों पूरे जोरों पर हैं।
सभी दलों के स्टार प्रचारक इन दिनों पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में ताबड़तोड़ सभाएं और रोड शो कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तीन दिन प्रदेश का दौरा कर चुके हैं। वे चुनाव प्रचार के आगामी चार दिनों में अभी दो दिन और प्रदेश में सभाएं करेंगे। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी प्रदेश के हर हिस्से में सभाओं को संबोधित कर रहे हैं। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी 15 नवंबर से प्रदेश के चुनावी प्रचार में जुट गए हैं। वे 23 तारीख को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंहए सुषमा स्वराजए नितिन गडकरीए रविशंकर प्रसादए स्मृति इरानी समेत कई अन्य नेता इन दिनों प्रचार में जुटे हैं। हालांकि जनता के बीच उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पार्टी सांसद हेमा मालिनी को लेकर खासा उत्साह है। इन दोनों की सभाओं के दौरान बड़ी संख्या में लोग इनके साथ सेल्फी लेने के प्रति आतुर दिखाई देते हैं। कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रचार की कमान थामी हुई है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश के कई हिस्सों में रोड शो और सभाओं को संबोधित किया। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और प्रियंका चतुर्वेदी भी इन दिनों प्रदेश में डेरा डाले हैं। पंजाब के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को सुनने के लिए भी लोग पहुंच रहे हैं।
पहली बार मध्यप्रदेश के चुनावी मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी भी प्रचार के रण में दम दिखाने की कोशिश में है। पार्टी के मध्यप्रदेश प्रभारी दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय और पार्टी के प्रदेश प्रमुख आलोक अग्रवाल प्रत्याशियों के समर्थन में स्थान.स्थान पर सभाएं कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी की ओर से पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी का मोर्चा मायावती ने संभाला हुआ है। दोनों प्रदेश में कई स्थानों पर प्रचार के लिए पहुंचे हैं। प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए 28 नवंबर को मतदान होना है। इसके लिए 26 तारीख को प्रचार समाप्त हो जाएगा। नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे। भाजपा जहां चौथी बार सरकार बनाने की कोशिश में हैए वहीं कांग्रेस इस बार प्रदेश में सत्ता वापसी के लिए हरसंभव प्रयास में जुटी है।