नई दिल्ली, पिछली बार टीम की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन अगले महीने से शुरू हो रही आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में अपने बेहतरीन रिकार्ड को बरकरार रखने के इरादे से उतरेंगे। शिखर ने पिछली बार 2013 में टीम को चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। वह धवन की पहली चैम्पियंस ट्रॉफी थी। इस टूर्नामेंट के 2013 के संस्करण में धवन ने कुल पांच मैचों की पांच पारियों में दो शतक और एक अर्धशतक की मदद से कुल 363 रन बनाए थे।
इस दौरान उनका औसत 90.75 का रहा था, जो चैम्पियंस ट्रॉफी में दूसरा सबसे ज्यादा औसत है। इस मामले में पाकिस्तान के सईद अनवर पहले स्थान पर है। उनका चैम्पियंस ट्रॉफी में औसत 144.50 का है। धवन ने पिछली बार बल्ले से अच्छी शुरुआत की थी और उसे बरकरार रखते हुए टीम को जीत दिलाई थी। उन्होंने टूर्नामेंट के भारत के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 114 रनों की पारी खेली थी।
इस मैच के बाद हुए दूसरे मैच में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ भी शतक जड़ा था और 107 गेंदों में 102 रन बनाए थे। सेमीफाइनल में भी उनके बल्ले से रन निकले थे। श्रीलंका के खिलाफ हुए इस मैच में धवन के बल्ले से 68 रन निकले थे। टीम इस बार खिताब बचाने के लिए उतरेगी और चाहेगी कि धवन अपने पिछले संस्करण के फॉर्म को भी जारी रखें। हाल ही में खत्म हुए इंडियन प्रीमियर लीग के 10वें संस्करण में भी धवन ने बल्ले का रंग दिखाया था और सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर रहे थे।
गौर करने वाली बात यह है कि चैम्पियंस ट्रॉफी के इस संस्करण में धवन सबसे अधिक औसत वाले बल्लेबाज की हैसियत से मैदान में उतरेंगे और साथ ही वह क्रिकेट क्रिस गेल, सौरव गांगुली और हर्शेल गिब्स के सबसे अधिक तीन शतकों के रिकार्ड को भी तोड़ना चाहेंगे। गेल ने चैम्पियंस ट्रॉफी में सबसे अधिक 791 रन बनाए हैं। उनके बाद श्रीलंका के महेला जयवर्धने ने 742 रन बनाए हैं। चैम्िंपयंस ट्राफी के टॉप-5 बल्लेबाजों में गांगुली भी हैँ। गांगुली के नाम 665 रन हैं। उन्होंने तीन शतक और तीन अर्धशतक लगाए हैं।