नई दिल्ली, जनता दल (यू) 10 अप्रैल को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में नया अध्यक्ष चुनेगी क्योंकि वर्तमान अध्यक्ष शरद यादव ने इस पद के लिए चौथी बार अपना नाम आगे नहीं करने का निर्णय किया है। शरद यादव इस पद पर पिछले 10 वर्ष से कार्यरत हैं।
पार्टी अध्यक्ष के सी त्यागी ने आज अपने बयान में कहा, पार्टी अध्यक्ष के रूप में शरद यादव ने तीन लगातार कार्यकाल पूरे किये हैं। उन्होंने अब पार्टी के संविधान में कोई संशोधन कराने से इंकार किया है क्योंकि इसके बाद ही उन्हें अगले कार्यकाल के लिए चुना जा सकता था। शरद यादव, बिहार के मुख्यमंत्री के साथ पार्टी के संस्थापकों में शामिल हैं और वह इस पद पर 2006 से हैं। यादव को पार्टी में संशोधन के बाद 2013 में इस पद के लिए तीसरी बार चुना गया था क्योंकि पार्टी का संविधान अध्यक्ष पद के लिए किसी व्यक्ति को दो कार्यकाल की अनुमति ही देता था। ऐसी अटकलें हैं कि नीतीश कुमार खुद पार्टी प्रमुख का दायित्व संभाल सकते हैं क्योंकि वह पार्टी के आधार को बिहार से बाहर फैलाना चाहते हैं। इसके तहत जदयू के साथ अजीत सिंह की रालोद और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी नीत झारखंड विकास मोर्चा के विलय की चर्चा है।