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चौथे चरण का मंच तैयार, 130 प्रत्याशियों के भाग्य को होगा फैसला

लखनऊ, लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को उत्तर प्रदेश में 13 जिलों की 13 सीटों के लिये मतदान कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच सुबह सात बजे शुरु होगा।

चुनाव के इस चरण में शाहजहाँपुर (सु),खीरी, धौरहरा,सीतापुर,हरदोई (सु),मिश्रिख (सु),उन्नाव,फर्रूखाबाद,इटावा (सु),कन्नौज,कानपुर,अकबरपुर,बहराइच (सु) पर वोट डाले जायेंगे। इसके अलावा ददरौल विधानसभा के उप चुनाव के लिये भी मतदान होगा।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने रविवार शाम बताया कि मतदान सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक चलेगा तथा शाम छह बजे के बाद कतार में लगे सभी मतदाता वोट डाल सकेंगे।

चौथे चरण में शाहजहाँपुर, खीरी, सीतापुर, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव, एटा, फर्रूखाबाद, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कन्नौज तथा बहराइच जिलों के अंतर्गत संसदीय क्षेत्रों में कुल दो करोड़47 लाख 47 हजार 27 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 31 लाख 82 हजार 341 और महिला मतदाता एक करोड़ 15 लाख 63 हजार 739 है। इसके अलावा 947 थर्ड जेण्डर मतदाता हैं।

ददरौल विधानसभा उप निर्वाचन क्षेत्र में तीन लाख 73 हजार 751 मतदाता दस उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
लोकसभा चुनाव के चाैथे चरण में सबसे अधिक मतदाता उन्नाव लोकसभा से तथा सबसे कम मतदाता कानपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हैं। कुल 130 प्रत्याशियों में 16 महिला प्रत्याशी भी शामिल है।

इस चरण में कन्नौज में सबसे अधिक 15 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं जबकि सबसे कम सात प्रत्याशी इटावा जिले में है।
श्री रिनवा ने बताया कि चौथे चरण में 26 हजार 588 मतदेय स्थल (पोलिंग बूथ) बनाये गये हैं जिनमें चार हजार 715 संवेदनशील हैं। 16 हजार 334 मतदान केन्द्र हैं। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए तीन विशेष प्रेक्षक, 13 सामान्य प्रेक्षक, नौ पुलिस प्रेक्षक तथा 17 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं। इनके अलावा दो हजार 250 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 287 जोनल मजिस्ट्रेट, 111 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2,920 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये हैं। मतदान के लिए 33 हजार149 ईवीएम की कन्ट्रोल यूनिट, 33 हजार 149 बैलट यूनिट तथा 35 हजार 644 वीवीपैट तैयार किये गये हैं।

उन्होने बताया कि चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिये पर्याप्त मात्रा में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्द्ध सैनिक बलों को दी गयी है।

रिनवा ने बताया कि 50 प्रतिशत मतदेय स्थलों पर (14,126 मतदेय स्थल) पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गयी है जबकि पांच हजार 420 मतदेय स्थलों पर वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई है।

चुनाव के चौथे चरण में समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और केंद्रीय ग़ृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र ‘टेनी’ समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।

कन्नौज सीट पर हाई प्रोफाइल मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव मौजूदा सांसद और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उम्मीदवार सुब्रत पाठक को चुनौती दे रहे हैं। गौरतलब है कि अखिलेश मैनपुरी जिले की करहल सीट से मौजूदा विधायक हैं और यूपी विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। सपा का गढ़ माने जाने वाले इस क्षेत्र से अखिलेश 2000, 2004 और 2009 समेत तीन बार सांसद चुने गए।

खीरी सीट पर भाजपा की लोकप्रियता की परीक्षा होगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने टेनी के पक्ष में बड़े पैमाने पर प्रचार किया। खीरी सीट पर सपा ने टेनी के खिलाफ अपेक्षाकृत नये चेहरे उत्कश वर्मा को मैदान में उतारा है।

शाहजहांपुर में भाजपा के अरुण कुमार सागर, सपा के राजेश कश्यप और दाउदराम वर्मा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। यहां भाजपा का पलड़ा थोड़ा भारी है क्योंकि उसके विधायक लोकसभा क्षेत्र के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। धौरहरा सीट पर भाजपा ने दो बार की सांसद रेखा वर्मा को दोबारा मैदान में उतारा है, उन्हें पूर्व एमएलसी आनंद भदौरिया से चुनौती मिलेगी, जो सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं।

सीतापुर सीट पर भाजपा के दो बार के सांसद राजेश वर्मा का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार राकेश राहौर से है। हरदोई में मौजूदा सांसद और भाजपा उम्मीदवार जय प्रकाश रावत को उनकी कट्टर प्रतिद्वंद्वी सपा की उषा वर्मा से चुनौती मिल रही है। मिश्रिख सीट पर बीजेपी ने एक बार फिर मौजूदा सांसद अशोक कुमार रावत पर भरोसा जताया है, जिन्हें सपा के मनोज कुमार राजवंशी से चुनौती मिल रही है।

उन्नाव में दो बार के सांसद साक्षी महाराज को भाजपा ने बरकरार रखा है, वहीं सपा ने पूर्व सांसद अनु टंडन पर दांव लगाया है, जो 2009 में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर यहां से जीती थीं।

कानपुर में भाजपा के रमेश अवस्थी और गठबंधन के तहत कांग्रेस के आलोक मिश्रा के बीच दिलचस्प मुकाबला है। अकबरपुर सीट पर दो बार के सांसद देवेन्द्र सिंह ‘भोले’ भाजपा प्रत्याशी के रूप में तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें सपा के राजाराम पाल और बसपा के राजेश कुमार द्विवेदी चुनौती दे रहे हैं।