पटना, लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर लोगों में उत्साह और रौनक देखने को मिल रही है और राजधानी पटना भक्तिमय हो गयी है।
राजधानी पटना के लोग आज अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देंगे जिसके लिये जहां साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा और अन्य तैयारियां पूरी कर ली गयी है वहीं छठ व्रतियों में उत्साह और रौनक देखते ही बन रही है। छठ की छटा आज पूरी राजधानी में छाई हुयी है। घर से लेकर घाट तक, गलियों से लेकर सड़कों तक… हर तरफ आकर्षक सजावट दिख रही है। पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है।
छठ को लेकर राजधानी पटना समेत पूरे बिहार के घर-घर में छठ के गीत गूंजने लगे हैं। “ केलवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राय, आदित लिहो मोर अरगिया., दरस देखाव ए दीनानाथ., उगी है सुरुजदेव., हे छठी मइयातोहर महिमा अपार., कांच ही बास के बहंगिया बहंगी लचकत जाय ….. , गीत सुनने को मिल रहे हैं।”
राज्य सरकार ने हर छठ घाट पर सुरक्षा तय करने के लिए जिला प्रशासन को आदेश दिया है। प्रमुख घाटों पर गोताखोरों के साथ पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है, जिससे किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हो। राजधानी में गंगा घाटों की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। खासकर, किसी भी तरह की कोई भगदड़ न मचे, इसका ख्याल रखने की पूरी कोशिश जिला प्रशासन कर रहा है। पटना नगर निगम की ओर से शहर के पार्कों एवं सार्वजनिक स्थलों पर बने तालाबों में गंगाजल डाला जा रहा है। गंगाजल अस्थायी और स्थायी दोनों प्रकार की तालाबों में नि:शुल्क डाला जा रहा है। छठ घाट पर पुख्ता चिकित्सीय इंतजाम किये गये हैं। आपात परिस्थिति में एंबुलेस की मदद ली जा सकती है।
पटना में गंगा घाटों पर छठ पूजा करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से कई सुविधाएं मुहैया करायी गयीं हैं। जिला प्रशासन ने नगर निगम क्षेत्र के 12 घाटों को खतरनाक घोषित किया है। छठव्रती राजधानी पटना में 96 गंगाघाटों पर अर्घ्य दे सकेंगी।इन घाटों पर सम्पर्क पथ, पार्किंग स्थल, रोशनी एवं नदी में बैरिकेडिंग की व्यवस्था गई है।
घाटों पर व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है। घाटों पर और आने-जाने के रास्ते पर रंग-बिरंगे एलइडी बल्बों से आकर्षक सजावट के साथ-साथ रोशनी की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। व्रतियों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा गया है। प्रशासन की ओर से जहां साफ-सफाई के लिये अभियान चलाया गया है वहीं लोग अपने स्तर से मुहल्लों और गलियों में साफ-सफाई का ध्यान रख रहे हैं जिससे अर्ध्य देने के लिये जा रहे छठ व्रतियों को किसी तरह की कठिनाई न हो।
राजधानी के गंगा घाटों पर स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएगा। घाटों पर अस्थायी कैंप के अलावा एम्बुलेंस, दवा और मेडिकल टीम की तैनाती होगी। प्रत्येक घाट पर नाव/नाविक एवं गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति की गई है।निर्बाध एवं सुरक्षित विद्युत आपूर्ति के लिए प्रत्येक घाट पर विद्युत अभियंताओं के नेतृत्व में विद्युत कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके साथ नाविक, गोताखोर घाटों पर तैनात रहेंगे।घाट तक आने-जाने वाले रास्तों पर रोशनी की व्यवस्था, साउंड सिस्टम और सजावट की बेहतर व्यवस्था की गई है। इन घाटों पर 300 से अधिक चेंजिंग रूम की व्यवस्था की गई है। इसके अलावे सुरक्षा के दृष्टिकोण से 130 से अधिक वॉच टावर बनाए गए हैं।
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने छठ के मद्देनजर गंगा में नौका चलाने पर भी रोक लगा दी है। उन्होंने बताया कि छठ घाट तैयार हो गए हैं। व्रतियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।शाति एवं विधि-व्यवस्था के साथ-साथ दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल से साथ-साथ गोताखोर, चिकित्सा दल, एम्बुलेंस के साथ चिकित्सक एवं विद्युत विभाग के पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर की गई है।घाटों के ऊपरी हिस्से में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और सुरक्षा बल तैनात रहेंगे। सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। टावर पर तैनात कर्मी सीधे नियंत्रण कक्ष से जुड़ा रहेगा। घाटों पर आतिशबाजी पर प्रतिबंध रहेगा। घाटों पर सफाई के साथ रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गंगा घाटों का निरीक्षण किया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि छठ घाटों तक व्रतियों के पहुंचने की सुविधा एवं सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध रखें। खतरनाक एवं दललदल घाटों पर लोगों के आवागमन पर पूर्णतः पाबंदी हो। छठ पूजा के दौरान गंगा घाटों पर वॉच टावर से सतत निगरानी रखी जाए। गंगा के जलस्तर को देखते हुए घाटों की घेराबंदी सुनिश्चित करें। छठ व्रतियों एवं उनके परिजनों की सुविधा के लिये घाटों पर पर्याप्त संख्या में नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था हो।इस बार काफी अच्छी संख्या में गंगा तटों पर छठ घाटों का निर्माण कराया गया है और लोगों की सुरक्षा एवं सुविधा का पुख्ता प्रबंध किया गया है। उन्होंने लोगों से सद्भाव से छठ पर्व मनाने की अपील की तथा उन्हें पर्व की शुभकामनाएं दीं।
गौरतलब है कि छठ महापर्व के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन कल व्रतियों ने निष्ठा और पवित्रता के साथ भगवान भाष्कर की पूजा-अर्चना करके खरना किया। भगवान भाष्कर को गुड़ मिश्रित खीर और घी की रोटी का भोग लगाकर स्वयं भी ग्रहण किया। साथ ही भाई-बंधु, मित्र और परिचितों में खरना प्रसाद बांटा।आज अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। कल उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के बाद पारण के साथ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान पूरा हो जाएगा।