रायबरेली, उत्तर प्रदेश में रायबरेली के सलोन इलाके में जन सुविधा केंद्र से फर्जी प्रमाणपत्र बनाये जाने के मामले में अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है मगर जनप्रतिनिधियों की तत्परता से अब यह मामला बेहद गरमा गया है।
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का मामला अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने भी जा पहुंचा है। सलोन इलाके से भाजपा विधायक अशोक कोरी ने मुख्यमंत्री को पूरे मामले के विषय मे बताते हुए उच्चस्तरीय की जांच की मांग की है। इस मामले में विधायक ने एनआईए और एसटीएफ से जांच की मांग की है। उन्होंने संदेह जताया है कि यह मामला हो सकता है कि बोगस वोटर से भी जुड़ा हो।
उन्होंने कहा कि इस मामले में संबंधित कर्मचारी समेत 03 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। उन्होंने संभावनाएं जताई है कि इस तरह के मामले और भी हो सकते है जहां सरकारी अधिकारी, कर्मचारी और संगठित गिरोह की सांठगांठ हो। उन्होंने कहा कि ऐसे में यह भी आशंका हो सकती है कि और भी फर्जी पासपोर्ट, वोटर आई0डी0 आधार कार्ड, और जन्म प्रमाणपत्र आदि बने हो। उन्होंने अपनी आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि मामला बोगस वोटर्स और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा भी हो सकता है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों सलोन इलाके में ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव जन सेवा केंद्र संचालक जीशान खान उसके पिता रियाज़ खान और भाई सुहेल खान को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इस प्रकरण में 19000 से भी अधिक फर्जी व कूटरचित जन्मप्रमाण पत्र बनाये जाने का आरोप है। आरोप यह भी है कि बाहर के प्रांत के रहनेवाले लोगो के यहां से फर्जी प्रमाणपत्र जारी हुए हैं। कुछ समाजसेवी व संगठनों ने रोहिंग्या मुस्लिम की मिलीभगत की भी आशंका व्यक्त की थी। फिलहाल मामले की जांच अभी एटीएस आदि जांच एजेंसी कर रही है।