जम्मू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर में ऐसी स्थिति चाहती है जहां किसी निर्दोष नागरिक की किसी हिंसा में जान न जाए और इस केंद्र शासित सीमावर्ती क्षेत्र से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया हो जाए।
उन्होंने राज्य की शांति और विकास की राह में खलल डालने वालों के साथ सख्ती से निपटने के केंद्र के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की मौजूदा सरकार जम्मू -कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। श्री शाह ने आज यहां नगरोता में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) परिसर को राष्ट्र को समर्पित करने और विकास की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद एक सभा को संबोधित किया!
गृह मंत्री ने कहा, ‘ सरकार चाहती है कोई भी नागरिक हिंसा में न मारा जाए और जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया हो’ उन्होंने कहा कि कुछ लोग सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं पर 2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में हिंसा बहुत कम हो गयी है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला किया कि 2004-14 के बीच यहां 2081 लोगों ने अपनी जान गंवाई और उस दौरान हर साल औसतन 208 लोग मारे गए। वर्ष 2014 से सितंबर 2021 तक 239 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
श्री शाह ने कहा, ‘ हम इससे भी संतुष्ट नहीं हैं। हम एक ऐसी स्थिति बनाना चाहते हैं जहां किसी की जान न जाए और आतंकवाद पूरी तरह से समाप्त हो जाए। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य है कि कोई भी नागरिक हिंसा में न मारा जाए और जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया हो।’
इससे पहले श्री शाह सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच यहां पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डा़ जितेेंद्र सिंह और जम्मू—कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा भी थे।