जम्मू, जम्मू के भगवती नगर में स्थित यात्री निवास आधार शिविर से अमरनाथ की यात्रा फिर से शुरू हो गई है। शुक्रवार शाम को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से आई प्राकृतिक आपदा के कारण इस पर अस्थायी रूप से रोक लगाई गई थी। यहां बादल फटने की वजह से आई तबाही में 16 लोगों की मौत हो चुकी है, 40 लापता हैं और करीब 50 घायल हुए हैं।
अमरनाथ में आई इस आपदा के बावजूद यहां मौजूद तीर्थयात्रियों का उत्साह बिल्कुल भी कम नहीं हुआ है। सरकार द्वारा भक्तों के लिए स्थापित आधार शिविरों में ये ‘बम बम भोले’ के जयकारे के साथ पहुंच रहे हैं। 4,026 तीर्थयात्रियों का 12वां जत्था 110 वाहनों के काफिले में आधार शिविर से रवाना हुआ।
एक अधिकारी ने बताया कि बालटाल मार्ग के लिए 25 बसों और 10 हल्के मोटर वाहनों में 767 पुरुष, 240 महिलाएं और नौ बच्चे समेत कुल 1,016 यात्री आधार शिविर से रवाना हुए हैं।
ठीक इसी तरह पहलगाम रूट के लिए कुल 3,010 तीर्थयात्री 58 बसों सहित 75 वाहनों में सवार होकर आधार शिविर से रवाना हुए, जिनमें 2,425 पुरुष, 401 महिलाएं, चार बच्चे, 174 साधु और छह साध्वी शामिल हैं।अधिकारी ने कहा कि जम्मू आधार शिविर से अब तक 73,554 तीर्थयात्री पवित्र गुफा के दर्शन के लिए रवाना हो चुके हैं।
कोरोना महामारी के कारण दो साल से बंद अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 30 जून से हुई है। 43 दिन तक चलने वाली इस तीर्थयात्रा का समापन 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर होगा।