जय हिंद सभाओं में सेना को सलाम करके सरकार से पूछेंगे सवाल : कांग्रेस

नयी दिल्ली, कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि पार्टी 24 से 31 मई तक देश के कई स्थानों पर जय हिंद सभाएं आयोजित करेगी जिनमें पहलगाम हमले के बाद आतंकवादियों के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई के दौरान सेना की बहादुरी को सलाम करके खुफिया तंत्र की विफलता को लेकर सरकार से सवाल पूछे जाएंगे।

कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के प्रमुख कर्नल रोहित चौधरी और विंग कमांडर अनुमा आचार्य ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा,“ पार्टी ने निर्णय लिया है कि 24 से 31 मई तक लोगों के बीच जाकर ‘जय हिंद’ सभाएँ आयोजित की जाएंगी। यह सभाएं दो चरणों में आयोजित होगी जिसके पहले चरण में 16 शहर चुने गए हैं, जहां जय हिंद’ सभाएं की जाएंगी। इन सभाओं के जरिये सैनिकों की वीरता को नमन किया जाएगा। ये सभाएं राज्य और जिला स्तर पर होंगी जिनमें हमारे सैनिकों की वीरता को नमन किया जाएगा।”

उन्होंने पहलगाम हमले को सुरक्षा की सबसे बड़ी विफलता और गृह मंत्रालय की नाकामी करार देते हुए कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि यह हमला कैसे हुआ और फिर भारत ने इसके खिलाफ कैसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरु किया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि करीब एक महीने से देश काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है इसलिए कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है। इन सभाओं से संवाद स्थापित करके सरकार से सवाल पूछे जाएंगे कि पहलगांव में खुफिया तन्त्र विफल कैसे हुआ। अब तक आतंकवादी अब तक पकड़े क्यों नहीं गए और उन्हें पकड़ने के लिए सरकार क्या योजना बना रही है। सवाल है कि पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को अचानक क्यों रोका गया और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कैसे दावा किया कि व्यापार के कारण उन्होंने संघर्ष विराम करवाया। आखिर श्री ट्रम्प के बयान पर सरकार का कोई स्पष्टीकरण क्यों नहीं आया और सैन्य कार्रवाई की सूचना ⁠विदेश मंत्री ने पहले पाकिस्तान को क्यों दी।

उन्होंने कहा,“हम 25 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए)के मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक को लेकर पूछना चाहते हैं कि विपक्ष के मुख्यमंत्रियों ने कौन-से अपराध किये हैं जो उन्हें इस बैठक में नहीं बुलाया गया। हमारी मांग है कि देश के सभी मुख्यमंत्रियों को इस बैठक में शामिल किया जाए। हमने सरकार द्वारा लॉन्च किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भी समर्थन दिया। इसमें सेना ने सभी टारगेट को तबाह किया- जिसमें कई आतंकवादी ठिकाने शामिल थे।”

ऑपरेशन सिंदूर में सेना की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा,“हमारी सेना ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया और थल सेना के साथ, वायु सेना, नौ सेना ने सराहनीय काम किया। हम जीत रहे थे, हमारी फौज पाकिस्तान के ड्रोन-मिसाइल और बाकी सभी तरह के हमलों को नाकाम कर रही थी। लड़ाई का चौथा दिन था लेकिन तभी शाम होते-होते अचानक सीजफायर की घोषणा कर दी गई। सीजफायर की घोषणा अमेरिका की धरती से की गई, जो हमारे लिए शर्म की बात है। इस पूरे हालात में देश एकजुट था लेकिन सरकार ने हमारे ऊपर सीजफायर थोप दिया। हम 22 अप्रैल से शुरू हुए इस पूरे प्रकरण में भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम को सलाम करते हैं।”

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