मुंबई, जाकिर नाइक कहते हैं कि उनके भाषणों में ऐसा कुछ नहीं है जो आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देती हो। लेकिन वो गिरफ्तारी की डर से भारत आने से बच रहे हैं। जाकिर नाइक अपने पिता डॉ अब्दुल करीम नाइक के जनाजे में शामिल होने नहीं आए। जाकिर नाइक इस वक्त मलेशिया में हैं लेकिन उन्हें ये डर सता रहा है कि भारत आने पर जांच एजेंसियां उन्हें गिरफ्तार कर लेंगी। जाकिर के भारत न आने के संबंध में उनकी संस्था से जुड़े एक शख्स ने बताया कि उन्हें अपने पिता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी नहीं थी। ये सब कुछ इतना जल्दी हुआ कि जाकिर नाइक का भारत आना मुमकिन न हो सका।
डॉ जाकिर नाइक के खिलाफ कोई ताजा मामला नहीं दर्ज है। लेकिन इस बात की जानकारी सामने आ रही है कि केंद्र सरकार उनके संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को गैर कानूनी संगठन घोषित करने पर विचार कर रही है। नाइक की संस्था पर प्रतिबंध लगाने के लिए उनके उत्तेजक भाषणों, उनके खिलाफ कुछ आपराधिक मामलों और पीस टीवी के कंटेट को आधार बनाया गया है। जाकिर के पिता अब्दुल करीम नाइक का जन्म महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में हुआ था। वो पेशे से डॉक्टर और शिक्षाविद थे। दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें मझगांव के प्रिंस अली खान अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 88 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। उनके जनाजे में शामिल होने वालों पर सुरक्षा एजेंसियों की निगाहें लगी थीं, हालांकि अपने बेटे जाकिर नाइक के इतर अब्दुल करीम नाइक हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय में लोकप्रिय थे।