जातीय दंगे संभाल पाने मे नाकाम रहे, सहारनपुर के डीएम और एसएसपी सस्पेंड
May 24, 2017
लखनऊ, सहारनपुर के जातीय दंगों को लेकर नाराज, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सहारनपुर के डीएम और एसएसपी को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही उन्होने डीजीपी को भी कड़ी फटकार लगाई है. अभी कोई नयी तैनाती नही की गई है.
करीब 600 दलितों और 900 ठाकुरों की आबादी वाले गांव शब्बीरपुर से हिंसक चक्र की शुरुआत हुई थी।शब्बीरपुर में, पांच मई को दलितों और राजपूतों के बीच जातीय संघर्ष हो गया था, जिसमें एक की मौत और कई लोग घायल हो गये थे। करीब एक दर्जन दलित परिवारों के मकानों को आग लगा दी गई थी।
दलित पीड़ितों का कहना है कि ऊंची जाति के ठाकुरों ने उन्हें गांव के रविदास मंदिर परिसर में बाबासाहिब अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित नहीं करने दी थी। बाद में पांच मई को राजपूत राजा महाराणा प्रताप की जयंती के उपलक्ष्य में ठाकुरों के एक जुलूस पर एक दलित समूह ने आपत्ति जतायी तो इससे हिंसा फूट पड़ी।
कल, पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने गांव स्थित आश्रम में आयोजित सभा को भी संबोधित किया। उन्होंने मंच से घोषणा की कि बसपा के अपने पार्टी फंड से पीड़ितों को आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी। कहा कि जिनके घर जले हैं, उनको पचास हजार रुपये और जिनका कम नुकसान हुआ है, उन्हें 25 हजार रुपये बसपा द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
मायावती के कार्यक्रम से लौट रहे लोगों पर चांदपुर में हमला हो गया। जिसमे एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो दर्जन लोग जख्मी हो गये। जिससे स्थिति और बद्तर हो गयी।
सहारनपुर का जातिगत संघर्ष उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की कानून व्यवस्था के लिये पहली बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। जिससे यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गयें हैं।