इस तपते मौसम से बालों को बचाने के लिये अब आपको ब्यूटी पार्लर में पैसे खर्च करने की जरूरत नही हम आपको बता रहे हैं कुछ आसान हेयर केयर टिप्स सुंदर और स्वस्थ बाल हर स्त्री की चाहत होते हैं। हालांकि प्रदूषण और तनाव के कारण सिर की नसें फूल जाती हैं, इस कारण से बालों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है। ऐसे में जरूरत होती है थोड़ी सी देखभाल की, ताकि बालों को पर्याप्त पोषण मिलता रहे। बालों को स्वस्थ व चमकदार बनाने के लिए आपको बाहर जाने और पैसे खर्च करने की भी जरूरत नहीं है। आप घर पर ही अपने बालों की अच्छी तरह देखभाल कर सकती हैं।
नारियल को कसकर उसका दूध निकाल लें। फिर इसमें दो-तीन बूंद नींबू का रस और थोड़ा सा लैवेंडर आयल मिला लें। इस मिश्रण को सिर की त्वचा और बालों पर लगाएं। करीब दो घंटे बाद इसे साफ कर लें।
दो टेबलस्पून मुल्तानी मिट्टी में दो टेबलस्पून बेसन और आधा टी-कप विनेगर अच्छी तरह मिलाएं। इस पेस्ट को बालों में लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। अगर आपके बाल रूखे हैं तो इस पेस्ट को लगाने से पहले थोड़ा सा तेल बालों में लगा लें।
सरसों के तेल में मेहंदी की पत्तियां उबालकर रख लें। इस तेल से समय-समय पर बालों की मालिश करें। ऐसा करने से बालों में रक्तसंचार सही रहता है।
चुकंदर के पत्तों के रस में मेहंदी पाउडर मिलाकर सिर की त्वचा पर लगाएं। ऐसा करने पर बालों का टूटना बंद हो जाएगा। -एक पके केले को मसलकर उसमें दो टेबल स्पून दूध और एक टेबलस्पून ऑलिव आयल अच्छी तरह मिलाएं। इस पेस्ट को हल्के गीले बालों पर लगाएं। करीब आधा घंटा बाद बालों को साफ कर लें। इस पेस्ट को सप्ताह में एकदो बार जरूर लगाएं।
दो टेबलस्पून शिकाकाई पाउडर, दो टेबलस्पून मेथी दाना और दो टेबलस्पून भीगे हुए चनों को एक साथ पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को बालों में लगाने से उनमें निखार आता है।
एक टी-कप दही में एक टेबलस्पून नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को बालों और सिर की त्वचा पर लगाएं। करीब एक घंटा बाद बालों को धो लें।
बालों को सीधी धूप, प्रदूषण और धूल-मिट्टी से बचाकर रखें। ये बालों के लिए नुकसानदेह होते हैं।
बालों के साथ बहुत ज्यादा प्रयोग न करें अर्थात विभिन्न प्रकार के हेयर स्प्रे, हेयर जेल और स्टाइलिंग क्रीम का प्रयोग न करें।
पौष्टिक आहार बालों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है । हेयर एक्सपट्र्स के मुताबिक बालों की अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि आपके आहार में प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स युक्त खाद्य पदार्थ शामिल हों।