लखनऊ, उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) का दो दिवसीय सम्मेलन बुधवार को यहां पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में शुरु हो गया। सम्मेलन के पहले दिन नौवें प्रांतीय सम्मेलन में पार्टी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम को फिर से सपा की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाया गया।
इसके पहले अखिलेश यादव ने ध्वजारोहण के साथ सपा के सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता किरणमय नंदा, रामगोपाल यादव और उदय प्रताप सिंह सहित सभी जिला इकाईयों के पदाधिकारी उपस्थित थे। सम्मेलन के दूसरे दिन गुरुवार काे सपा का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
प्रांतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में नरेश उत्तम को फिर से सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने का प्रस्ताव पेश किया गया। जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार करने के बाद आर्थिक प्रस्ताव पेश किया गया। इसमें उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण प्रदेश में लगातार बढ़ रही बेरोजगारी, मंहगाई और कृषि संकट सहित अन्य समस्याअों का जिक्र किया गया है।
सपा के 9वें प्रांतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सपा का सपना है समाज को बाटने वाली ताकतों को सत्ता से बाहर करेंगे। इसके लिये सपा ने हर स्तर पर यथासंभव त्याग किया। उन्होंने कहा कि सपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक फैसला करते हुए बहुजन समाज की ताकत को एक मंच पर लाने का प्रयास किया था। हर स्तर पर त्याग करके डा अंबेडकर और डा लोहिया के सपने को साकार करने की कोशिश की थी।
अखिलेश यादव ने कहा, “समाजवादी लोग बड़ी जीत चाहते थे लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया। इसके बाद 2022 में समान विचार धारा के लोगो को एक मंच पर लाए। सत्ता नहीं मिली लेकिन वोट प्रतिशत बढ़ा। इससे साफ है कि सिर्फ सपा ही साम्प्रदायिक ताकतों को रोक सकती है।”
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उप्र में सपा सरकार ने जो काम किया था, उससे आगे भाजपा सरकार कुछ नहीं कर पाई है। इस दौरान उन्होंने मेट्रो सेवा के विस्तार, राजमार्गों के निर्माण एवं नदियों की सफाई आदि का मुद्दा भी उठाते हुए सपा सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि सपा जब भी सत्ता में आयेगी, किसानो के लिए काम करेगी। सर्व समाज को शिक्षित किया जायेगा।