नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आकाशवाणी के कार्यक्रम मन की बात के माध्यम से डिजिटल भुगतान के लिए भीम एप्प, स्वच्छता मिशन, पैरा-ओलंपिक सहित कई अंर्तराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन, महिला सशक्तिकरण, इसरो द्वारा 104 सैटेलाइट लॉन्च कर रिकार्ड बनाना जैसे कई मुद्दों को छुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए डिजि धन व्यापार योजना के तहत इनाम पाने वालों से भीम ऐप का ऐम्बेसडर बनने की अपील की।
उन्होंने कहा कि आप भीम लोगों को ऐप डाउनलोड करना सिखाएं और इसको चलाना सिखाएं। उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा, पिछले दिनों इसरो ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में रेकॉर्ड बनाया, विभिन्न देशों के 104 सैटलाइट लॉन्च किए। हमारे सैटलाइट से कृषि के क्षेत्र में मदद मिलेगी। गर्व है कि इस कार्यक्रम का नेतृत्व युवा महिला वैज्ञानिक ने किया। उन्होंने कहा कि भारत ने बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया जो जमीन से 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर दुश्मन के मिसाइल को ढेर कर देते हैं। दुनिया के 3-4 देशों के पास ही यह महारत है।
प्रधानमंत्री ने कृषि उत्पादन पर कहा कि हमारे किसान भाइयों-बहनों ने कड़ी मेहनत करके अन्न के भंडार भर दिए हैं। किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकार्ड अन्न उत्पादन हुआ है।देश के किसानों ने गरीबों की आवाज सुनी और करीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की। अपील है कि किसान अलग अलग फसलों के साथ दालों का भी उत्पादन करें। उन्होंने स्वच्छता की दिशा में किये गये एक प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि तेलंगाना में अधिकारियों ने स्वयं टॉयलेट की सफाई कर लोगों को दिखाया और नई तकनीक का इस्तेमाल सिखाया।
उन्होंने कहा कि मार्च महीने के पहले पखवाड़े में 3 मंत्रालय और दूसरे पखवाड़े में 3 मंत्रालय स्वच्छता को आगे बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी महिने आयोजित नेत्रहीन टी20 वल्र्ड कप में हमारी टीम ने गौरव बढ़ाया। हमें दिव्यांग खिलाड़ियों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान, दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है।
उन्होंने 8 मार्च को मनाये जाने वाले विश्व महिला दिवस का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में भी बेटियों को महत्व देने, परिवार और समाज में उनके प्रति जागरूकता बढ़े, संवेदनशीलता बढ़े। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ ये आन्दोलन तेज गति से आगे बढ़ रहा है। आज ये सिर्फ सरकारी कार्यक्रम नहीं रहा है। ये एक सामाजिक संवेदना का, लोकशिक्षा का अभियान बन गया है। उन्होंने कहा कि महिला वह शक्ति है, सशक्त है, भारत की नारी है। न ज्यादा में, न कम में, सब में बराबर की अधिकारी है।