लखनऊ, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज फिल्म, टेलीविज़न एवं लिबरल आर्ट्स संस्थान, उत्तर प्रदेश का शिलान्यास करते हुए कहा कि समाजवादी सरकार प्रदेश की समृद्ध कला एवं संस्कृति की विरासत को फिल्मों के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित करने के लिए फिल्म निर्माताओं एवं कलाकारों को हर सम्भव सहयोग प्रदान करेगी। प्रदेश में बनी 21 फिल्मों के प्रतिनिधियों को फिल्म नीति के तहत 09 करोड़ 41 लाख रुपए से अधिक का अनुदान वितरित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फिल्म निर्माण के लिए जरूरी वातावरण बनाने हेतु लगातार काम कर रही है। प्रदेश में शूट की गई फिल्मों को आज अनुदान वितरित किया गया है। लोक भवन में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने जिन फिल्मों को अनुदान दिया उनमें-
– मसान (02 करोड़ रु0),
– वाह ताज लगभग (65.69 लाख रु0),
– पण्डित जी बताई न ब्याह कब होई-2 (82.51 लाख रु0),
– थोड़ा लुत्फ थोड़ा इश्क (42.33 लाख रु0),
– जय जवान जय किसान (24.07 लाख रु0),
– मजाज़-ए-गम-ए-दिल क्या करूं (22.55 लाख रु0),
– इश्केरिया (11.14 लाख रु0),
– बंधन (15.68 लाख रु0),
– जिगरिया (54.04 लाख रु0),
– डायरेक्ट इश्क (46.44 लाख रु0),
– मेरठिया गैंगस्टर्स (36.23 लाख रु0),
– बागी भईले सजना हमार (17.03 लाख रु0),
– तलब (21.52 लाख रु0),
– नहले पर देहला (44.01 लाख रु0),
– राजा बाबू (72.52 लाख रु0),
– हम हईं जोड़ी नम्बर-1 (04.34 लाख रु0),
– अलिफ (43.48 लाख रु0),
– भूरी (63.90 लाख रु0),
– आई एम नाॅट देवदास (29.80 लाख रु0),
– मिस टनकपुर हाजिर हों (37.22 लाख रु0) तथा
– स्वदेश की खातिर (07.20 लाख रु0) शामिल हैं।