रोहतक, पद्मभूषण से सम्मानित और राज्यसभा सांसद मैरीकॉम ने बॉक्सिंग रिंग में अपने आखिरी दिन को लेकर एक खुलासा किया है। मैरीकॉम ने बताया है कि कौन सा दिन रिंग में उनका आखिरी दिन होगा और वो इस दिन के बाद बॉक्सिंग से संन्यास ले लेंगी। मैरीकॉम ने कहा कि जिस दिन देश की किसी भी युवा बॉक्सर ने उन्हें हरा दिया वह दिन रिंग में उनका आखिरी दिन होगा। मैरीकॉम शहर के राजीव गांधी स्टेडियम स्थित राष्ट्रीय बॉक्सिंग संस्थान में पहुंची थीं।
सात दिवसीय स्टार बॉक्सिंग कोचेज सर्टिफिकेशन कोर्स के समापन अवसर पर मौजूद मैरीकॉम ने कहा कि अभी मुझमें इतनी ताकत और मेरे पास ऐसी रणनीति है कि मुझे कोई रिंग में आसानी से नहीं हरा सकता। महिला विश्व मुक्केबाजी में पांच स्वर्ण पदक, एशियाई खेलों में चार स्वर्ण पदक और ओलंपिक में एक कांस्य पदक जीतने वाली अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज मैरीकॉम की इच्छा अभी देश के लिए और पदक जीतने की है।
मैरीकॉम ने कहा कि उनकी ख्वाहिश है कि टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर वहां तिरंगा लहराएं। रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं करने का दर्द मैरीकॉम को आज भी सालता है। रियो का जिक्र करते ही उनके चेहरे पर यह दर्द उभर आया। उन्होंने कहा कि वो बुरा दौर था। अब उस दर्द को भूल टोक्यो ओलंपिक में सोना जीतने की तैयारी में लगी हूं। टोक्यो ओलंपिक में वह 48 या 51 किलोग्राम वर्ग में लड़ेंगी।